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विपक्ष – क्या चल रहा है और क्यों ज़रूरी है?

आप राजनीति के शौकीन हैं या बस जानना चाहते हैं कि विपक्ष क्या बात कर रहा है, तो आप सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम आपको सबसे ताज़ा विरोधी पार्टियों की खबरें, बयान और विश्लेषण लाते हैं, ताकि आप हर महत्वपूर्ण मोड़ पर आगे रह सकें।

विपक्ष की प्रमुख खबरें

हाल ही में दिल्ली चुनाव नतीजों में भाजपा ने 40 सीटें जीतीं, जबकि केजरीवाल की हार ने विपक्षी दलों को नई रणनीति बनाने पर मजबूर किया। यह बदलाव न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि राज्य स्तर पर भी राजनीतिक तालमेल को ढालता है। इसी तरह, विभिन्न राज्यों में विपक्षी नेता अपने विचारों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत कर रहे हैं, जैसे राजस्थान विश्वविद्यालय में RAS परीक्षा से जुड़ी छात्रों की प्रदर्शन और ABVP की भूमिका।

वित्तीय जगत में भी विपक्ष की आवाज़ सुनने को मिलती है। टीसीएस के Q1 नतीजों पर विरोधी दलों ने सवाल उठाए थे, खासकर कर नीति और निवेशकों की सुरक्षा को लेकर। इसी समय, NSDL के IPO लॉन्च से पहले CDSL शेयरों में गिरावट आई, जिसे कई विशेषज्ञों ने नियामक मंडल की नज़र में लाया।

विपक्षी विश्लेषण – क्या है नया?

विपक्ष की बात सिर्फ चुनावी जीत-हार तक सीमित नहीं है। यह नीति‑निर्धारण, सामाजिक मुद्दों और आर्थिक सुधारों पर सवाल उठाने से भी जुड़ी है। उदाहरण के तौर पर, भारतीय अर्थव्यवस्था 2024‑25 के आर्थिक सर्वेक्षण में वृद्धि दर पर सवाल उठाया गया, जबकि विपक्ष ने समझाया कि वैश्विक अनिश्चितताएँ इसे प्रभावित कर सकती हैं।

कभी‑कभी विरोधी पक्ष की आवाज़ खेल जगत में भी सुनाई देती है। इशान किशन का BCCI अनुबंध से बाहर होना, या श्रेयस अय्यार की वापसी, इन सबका गहरा असर टीम चयन और खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसी तरह, IPL 2025 में ऑरेंज कैप की दौड़ पर भी विपक्षी विश्लेषकों ने टैबलेट फ़ॉर्मैट और खिलाड़ी चयन के बारे में नई राय पेश की।

अगर आप जानना चाहते हैं कि विपक्षी पार्टियां कैसे रणनीति बदल रही हैं या कौन से मुद्दे पर ज़ोर दे रहे हैं, तो यहाँ के लेख आपको स्पष्ट तस्वीर देंगे। हर पोस्ट में मुख्य बिंदु कतरते हुए, हम आपके लिए आसान भाषा में जानकारी लाते हैं, ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के समझ सकें।

तो, आगे बढ़िए, पढ़िए, अपनी राय बनाइए और इस तेज़-तर्रार राजनीतिक माहौल में खुद को अपडेट रखें। आपका प्रतिदिन का साथी - समाचार स्टोर।

बजट सत्र से पहले पीएम मोदी का बड़ा बयान: विपक्ष पर संसद में चुप कराने का आरोप

बजट सत्र से पहले पीएम मोदी का बड़ा बयान: विपक्ष पर संसद में चुप कराने का आरोप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जुलाई 2024 को बजट सत्र से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपक्ष पर संसद में चुप कराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2024 का बजट अगले पांच सालों के लिए भारत की दिशा तय करेगा और 2047 तक 'विकसित भारत' का मजबूत आधार बनाएगा। मोदी ने भारत की आर्थिक वृद्धि की सराहना की और सांसदों से आपसी मतभेदों को दूर रखकर राष्ट्रहित में काम करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार द्वारा दिए गए जनता को गारंटी की भी बात की।

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