तंबाकू कर: पूरी गाइड
क्या आपको कभी सोचा है कि आपके चूने की सिगरेट या बीड़ी की कीमत में टैक्स क्यों जुड़ता है? वही टैक्स है तंबाकू कर. यह सरकार द्वारा लगाए जाने वाला एक विशेष कर है जो तम्बाकू उत्पादों पर लागू होता है. चलिए, इसे आसान शब्दों में समझते हैं.
तंबाकू कर की वर्तमान दरें
2024 में भारत सरकार ने तंबाकू कर को दो भाग में बांटा: विशेष शुल्क (सिडी) और अतिरिक्त कस्टम शुल्क. सिगरेट पर 28% के अलावा 4 रुपये प्रति सिगरेट का अतिरिक्त कर लगता है. बीड़ी, सिगरेट पैकेज, गुटखा इत्यादि के लिए अलग-अलग ग्रेडेड दरें तय की गई हैं. उदाहरण के तौर पर, बीड़ी पर 12% कर और 2 रुपये प्रति किलोग्राम अतिरिक्त शुल्क लागू है. ये दरें हर साल बजट में फिर से तय की जा सकती हैं, इसलिए नवीनतम अपडेट हमेशा देखना चाहिए.
तंबाकू कर के प्रभाव और उपाय
तंबाकू कर का मुख्य उद्देश्य दो चीज़ें है: सरकार की खजाना बढ़ाना और लोगों को धूम्रपान से दूर रखना. जब कर की दरें बढ़ती हैं, तो उत्पाद की कीमत भी बढ़ती है, जिससे कई लोग इसे छोड़ देते हैं या कम खपत करते हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि कीमत में 10% की बढ़ोतरी से धूम्रपान की दर में लगभग 4% कमी आती है.
परंतु कुछ लोग टैक्स बचाने के लिए काले बाजार में सस्ते तंबाकू का घुसपैठ कराते हैं. इसलिए सरकार ने कस्टमेज़ पर कड़े निरीक्षण और दंड को बढ़ा दिया है. अगर आप वैध खरीदारी करना चाहते हैं तो भरोसेमंद रिटेलर से ही लेन‑देन करें और हमेशा पैकेज पर सीरियल नंबर और बारकोड चेक करें.
यदि आप अपनी निकासी या आय पर इस कर को जोड़ना चाहते हैं, तो एक आसान फार्मूला है: कुल कीमत = मूल कीमत + (मूल कीमत × कर की दर) + अतिरिक्त शुल्क. उदाहरण के लिए, अगर सिगरेट की मूल कीमत 100 रुपये है, तो 28% कर (28 रुपये) + 4 रुपये अतिरिक्त शुल्क मिलाकर कुल कीमत 132 रुपये होगी.
तंबाकू कर से जुड़ी कुछ आम सवालों का जवाब यहां देखें:
- क्या तंबाकू कर हर साल बढ़ता है? हर बजट में दरें पुनः समीक्षा की जाती हैं, लेकिन हमेशा बढ़ती नहीं, कभी स्थिर या घट भी सकती हैं.
- क्या कर का कुछ हिस्सा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में जाता है? हाँ, कुछ हिस्से को सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों, कैंसर रोकथाम और बधिरता कार्यक्रमों में लगाया जाता है.
- छोटे व्यापारियों को इस कर का बोझ कैसे कम किया जाता है? एक सीमा तक छोटे व्यापारियों को छूट या रियायती दरें मिलती हैं, पर इसके लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक है.
अंत में, तंबाकू कर सिर्फ एक टैक्स नहीं है, यह स्वास्थ्य सुधार और राजस्व दोनों के लिए अहम टूल है. अगर आप तंबाकू उत्पाद खरीदते समय कीमत में बढ़ोतरी देखते हैं, तो पीछे की वजह समझ लीजिए – यह सरकारी नीति का हिस्सा है. अपनी सेहत और वित्तीय स्थिरता दोनों को बचाने के लिए टैक्स की समझ जरूर रखें.