आईटीसी शेयरों में उछाल: बजट 2024 का असर
आईटीसी लिमिटेड के शेयरों में मंगलवार को 6.5% की वृद्धि देखने को मिली, जिससे यह निफ्टी सूचकांक में शीर्ष gaining कंपनियों में से एक बन गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2024 में तंबाकू कर में कोई बदलाव न करने की घोषणा ने निवेशकों के मन में आशा जगाई। आईटीसी की अधिकांश आय सिगरेट बिक्री से आती है और कर में संभावित वृद्धि के डर के बिना, निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
पिछले एक वर्ष के दौरान और वर्ष की शुरुआत से आईटीसी के शेयर स्थिर बने हुए थे। लेकिन अब यह अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर ₹499.7 के करीब पहुंच रहा है। बजट में ग्रामीण आवंटन 12% बढ़ाए जाने के कारण, आईटीसी के गैर-तंबाकू व्यवसाय जैसे एफएमसीजी और कृषि में भी सुधार की उम्मीद है।
ग्रामीण मांग में सुधार और आईटीसी की रणनीति
ग्रामीण क्षेत्रों में मांग का पुनरुत्थान आईटीसी के गैर-तंबाकू व्यवसायों के लिए वरदान साबित हो सकता है, जिसमें एफएमसीजी और कृषि शाखाएं शामिल हैं। वित्त मंत्री ने बजट में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आवंटन को 12% बढ़ाने की घोषणा की, जो ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण नेटवर्क को मजबूत बनाने और उपभोग की क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा। आईटीसी की एफएमसीजी इकाई विभिन्न आवश्यक वस्तुओं और खाद्य पदार्थों की उच्च मांग को पूरा करने के लिए तैयार है।
आईटीसी के शेयरों का प्रदर्शन और विश्लेषकों की राय
ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने आईटीसी पर कवरेज शुरू करते हुए इसका मूल्य लक्ष्य ₹535 रखा है। मैक्वेरी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटीसी का सिगरेट व्यवसाय अभी और वृद्धि की संभावनाओं से भरा हुआ है। 39 विश्लेषकों में से 35 ने आईटीसी के शेयर को 'खरीदें' की रेटिंग दी है, जबकि केवल दो ने 'रखें' और दो ने 'बेचें' की रेटिंग दी है।
आईटीसी के शेयर वित्तीय वर्ष 2025 की प्राइस-टू-अरनिंग्स रेशियो पर 26 गुना ट्रेड कर रहे हैं। इसका अर्थ है कि शेयरधारकों का आईटीसी की भविष्य की कमाई पर मजबूत विश्वास है।
आईटीसी की रणनीतियों और भविष्य की योजनाएं
आईटीसी ने अपनी प्रतिस्पर्धा को मात देने के लिए विभिन्न रणनीतियों को अपनाया है। कंपनी ने अपने एफएमसीजी और कृषि व्यवसायों को मजबूत किया है जिससे निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने कारोबार के विस्तार के लिए विभिन्न उपायों को अपनाया है, जिसमें तकनीकी नवाचार, आपूर्ति श्रृंखला का अनुकूलन और उत्पादन क्षमता को बढ़ाना शामिल है।
आईटीसी का अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2024 में उसकी निवेश स्थिति में और सुधार होगा। साथ ही, कंपनी ने ग्रामीण मांग में वृद्धि से अपने विविध उत्पादों की मांग बढ़ने की उम्मीद जाहिर की है।
आईटीसी की ग्रामीण क्षेत्रों में प्रगति और निवेशकों की अपेक्षाएं
ग्रामीण इलाकों में आईटीसी का मजबूत आधार है। कंपनी ने आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक उत्थान के सरकारी मिशन के तहत कई योजनाओं में भाग लिया है। इससे न केवल आईटीसी के कारोबार को विस्तार मिला है, बल्कि इसके उत्पादों की मांग में भी वृद्धि हुई है।
निवेशकों को आईटीसी से बड़ी उम्मीदें हैं। उनके अनुसार, कंपनी के सिगरेट व्यवसाय में दर में वृद्धि की उम्मीद से आईटीसी में निवेश एक सुरक्षित विकल्प है। दूसरी ओर, एफएमसीजी और कृषि व्यवसायों में वृद्धि की संभावनाएं निवेशकों के लिए अतिरिक्त लाभ ला सकती हैं।
आईटीसी के अन्य उद्यमों में भविष्य की संभावनाएं
आईटीसी के अन्य व्यवसायों में होटल, पेपरबोर्ड और पैकेजिंग, और सूचना प्रौद्योगिकी शामिल हैं। इन वर्गों में भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन दर्शाया है। आईटीसी के होटलों और रिसॉर्ट्स में व्यापक विस्तार हुआ है और उन्होंने उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करके ग्राहकों का विश्वास जीता है।
आईटीसी का पेपरबोर्ड और पैकेजिंग व्यवसाय भी उच्च गुणवत्ता और नवाचार के कारण बाजार में अपना स्थिर स्थान बनाए हुए है। इसके अलावा, कंपनी की आईटी सेवाएँ भी विभिन्न कंपनियों के लिए अत्याधुनिक समाधानों के साथ अग्रणी बन रही हैं।
कुल मिलाकर, आईटीसी ने बजट 2024 के बाद स्थिर और सकारात्मक गति हासिल की है। ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च आवंटन और तंबाकू कर में कोई बदलाव न होने से आईटीसी के शेयरधारकों का भरोसा बढ़ा है। कंपनी की दीर्घकालिक योजनाएं और रणनीतियाँ इसे बाजार में और आगे बढ़ा सकती हैं।
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लोग टिप्पणियाँ
आईटीसी के शेयर अभी तक बहुत ऊपर चले गए हैं अब तो डाइव करने का वक्त आ गया है। तंबाकू कर नहीं बढ़ाया तो भी ये कंपनी अपने बाकी बिजनेस से इतनी अच्छी कमाई कर रही है कि शेयर अब ओवरवैल्यूड हैं।
मैंने अपने दादाजी को देखा है जो गांव में रहते हैं और अब आईटीसी के बिस्कुट और नमकीन खरीद रहे हैं। ग्रामीण खरीदारी वाकई बढ़ रही है। बजट ने इसे बढ़ावा दिया है।
क्या आप लोगों को पता है कि आईटीसी अपने तंबाकू बिजनेस से पैसे कमा कर दूसरे बिजनेस को सपोर्ट कर रहा है? ये तो बस एक बड़ा धोखा है जिसे सरकार भी छिपा रही है।
मैक्वेरी का टारगेट ₹535... बस एक बार देख लो कि अगले 6 महीने में कितने ब्रोकर्स अपने टारगेट को रिवाइज कर रहे हैं। ये सब एक बड़ा गेम है, और हम सब इसके पीछे भाग रहे हैं। लेकिन अगर आपके पास लंबे समय के लिए पैसा है, तो आईटीसी अभी भी एक अच्छा बैग है।
लोगों को लगता है कि आईटीसी सिर्फ सिगरेट बेचता है... पर ये तो एक डायवर्सिफाइड कॉर्पोरेशन है! 🌱🍞🏨 ग्रामीण बाजार में इसका फ्रेश नमकीन बिक रहा है, होटल भरे हुए हैं, और पैकेजिंग भी बढ़ रही है। ये तो एक बड़ा इंडियन जायंट है! 🇮🇳✨
प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो 26x? यह एक असामान्य और अस्थिर अवस्था है, जो बाजार की अत्यधिक उत्साहित भावनाओं को प्रतिबिंबित करती है। ऐसे उच्च मूल्यांकन के साथ, निवेशकों को अत्यधिक सावधान रहना चाहिए।
हम अपने देश के नागरिकों को तंबाकू के नुकसान से बचाने के लिए कर बढ़ाएं, लेकिन फिर भी आईटीसी के शेयर बढ़ रहे हैं? ये व्यवस्था ही टूट चुकी है। ये कंपनी देश के स्वास्थ्य के खिलाफ खेल रही है, और सरकार उसे पैसे दे रही है।
मैंने इसके ग्रामीण वितरण नेटवर्क के बारे में सुना था। बहुत अच्छा है कि वो अब तक गांवों तक पहुंच रहे हैं। इस तरह की कंपनियां ही असली इंडिया को बदल रही हैं। बस थोड़ा और धैर्य रखो।
बजट में ग्रामीण आवंटन बढ़ाना... ये सब बस एक चाल है। अगले 2 साल में देखो, आईटीसी के एफएमसीजी उत्पाद भी बहुत महंगे हो जाएंगे। ये सब एक बड़ा जाल है। 😶
मैंने आईटीसी के शेयर खरीदे थे जब वो ₹350 पर थे। अब ₹499 हो गए। लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि ये कंपनी अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देती है। ये तो एक अच्छा स्टॉक है जो नियमित आय देता है।