बजट 2025 की प्रमुख बातें – समझें क्या बदलेगा?
हर साल सरकार का बजट देश की आर्थिक दिशा तय करता है। 2025 का बजट भी कई नई योजना और कर नीति ले कर आया है। अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके जेब पर क्या असर पड़ेगा, तो यह लेख मदद करेगा। हम सीधे बिंदु पर आते हैं, बिना कठिन शब्दों के.
मुख्य आय और खर्च की झलक
बजट 2025 में कुल अनुमोदित आय लगभग 34 लाख करोड़ रूपए है, जो पिछले साल से थोड़ा बढ़ी है। मुख्य आय स्रोतों में टैक्स, स्मॉल टैक्स रिवेन्यू और विदेशी निवेश शामिल हैं। खर्च की बात करें तो स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचा पर सबसे अधिक धनराशि earmarked है।
विशेष रूप से ग्रामीण स्वास्थ्य कल्याण योजना को 1.5 लाख करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं, जिससे सड़कों, अस्पतालों और डिजिटल हेल्थ सेवाओं में सुधार होगा। शिक्षा में 1 लाख करोड़ का निवेश है, जिसका लक्ष्य कौशल आधारित पाठ्यक्रम को बढ़ावा देना है।
कर सुधार और बचत के अवसर
बजट 2025 में व्यक्तिगत आयकर स्लैब में थोड़ा बदलाव आया है। 7 लाख तक की आय वाले लोगों के लिए टैक्स ब्रैकेट 10% से घटकर 5% कर दिया गया, जिससे मध्यम वर्ग को तुरंत राहत मिलेगी। 10 लाख से 15 लाख के बीच की आय वाले लोगों को 15% टैक्स देना होगा, जिससे राजस्व में बढ़ोतरी होगी.
व्यापारी वर्ग के लिए नई पहल ‘डिजिटल MSME फंड’ लॉन्च हुई है, जो छोटे व्यापारियों को 2 साल के भीतर 0% ब्याज पर ऋण देने की योजना है। इस फंड का लाभ उठाने के लिए केवल डिजिटल पैन और GST जमा करना होगा.
साथ ही, स्टॉक मार्केट में ‘इक्विटी टैक्स’ को 0.1% तक घटा दिया गया है, जिससे निवेशकों को लाभ होगा और बाजार में तरलता बढ़ेगी. यदि आप शेयर ट्रेडिंग में हैं, तो अब कम टैक्स खर्च है.
बजट की ये बातें आपके दैनिक खर्च, बचत और निवेश योजना को सीधे प्रभावित करेंगी. अगर आप अभी तक अपना टैक्स प्लान नहीं बना पाए, तो इन नई स्लैब को देख कर एक वित्तीय सलाहकार से बात कर सकते हैं.
टैक्स बचत के अलावा, बजट ने कई सामाजिक योजना भी शुरू की है। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘स्टार्टअप गुरु’ पहल 500 करोड़ रुपये फंडिंग के साथ शुरू हुई है, जिससे महिलाओं को फंडिंग, मेंटरशिप और बाजार तक पहुंच मिलेगी.
बजट 2025 की मुख्य झलक यहाँ समाप्त होती है। यदि आप विस्तृत खबरें, विशेषज्ञ राय या बजट से जुड़े अन्य लेख पढ़ना चाहते हैं, तो इस टैग पेज पर सभी अपडेटेड पोस्ट उपलब्ध हैं। इन लेखों को पढ़कर आप बजट की हर बारीकी समझ सकते हैं और अपने वित्तीय निर्णय को बेहतर बना सकते हैं.