क्रोनॉक्स लैब साइंसेज का आईपीओ उम्मीद से पहले ही सब्सक्राइब हुआ
क्रोनॉक्स लैब साइंसेज, एक विशेष रसायन कंपनी का आईपीओ एक घंटे के भीतर ही पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। यह आईपीओ 3 जून 2024 को खोला गया था और खुदरा तथा गैर-संस्थागत निवेशकों से इसे भारी प्रतिक्रिया मिली। निवेशकों के इस उत्साह का मुख्य कारण कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाएं बताई जा रही हैं।
खुदरा और गैर-संस्थागत निवेशकों ने दिखाई भारी दिलचस्पी
आंकड़ों के अनुसार, 3 जून तक क्रोनॉक्स लैब साइंसेज के आईपीओ को 11.10 गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका था। खुदरा निवेशक हिस्से को 13 गुना सब्सक्राइब किया गया, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के वर्ग को 19.97 गुना सब्सक्राइब किया गया। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि निवेशक इस विशेष रसायन कंपनी के भविष्य में अच्छे लाभ की संभावनाओं को देख रहे हैं। योग्य संस्थागत खरीदार (QIB) के कोटा को भी 1.11 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।
आईपीओ में ऑफर-फॉर-सेल के तहत 95.7 लाख इक्विटी शेयर थे, जिनकी मूल्य सीमा ₹129 से ₹136 प्रति इक्विटी शेयर रखी गई थी। बेचने वाले शेयर धारकों में प्रमोटर्स जोगिंदरसिंह जसवाल, केतन रमानी और पृथेश रमानी शामिल हैं, जो प्रत्येक 31.9 लाख शेयर बेच रहे हैं।
एंकर निवेश और ग्रे मार्केट प्रीमियम
क्रोनॉक्स लैब साइंसेज के आईपीओ को खोलने से पहले ही 31 मई को ₹39.04 करोड़ का एंकर निवेश प्राप्त हुआ। ग्रे मार्केट में भी इस आईपीओ को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) +₹81 पर है, जो इस बात का संकेत है कि लिस्ट होने पर इस आईपीओ की कीमत ₹217 हो सकती है, जो आईपीओ की अधिकतम कीमत ₹136 से 559.56% ज्यादा है।
आईपीओ की समय-सीमा और अन्य जानकारी
क्रोनॉक्स लैब साइंसेज के आईपीओ को 3 जून को खोला गया था और इसे 5 जून को बंद किया जाएगा। इस बात के भी प्रबल संकेत हैं कि शेष दिनों में आईपीओ को और भी अच्छी प्रतिक्रिया मिल सकती है।
निवेशक और वित्तीय विशेषज्ञ अफवाहों और अनुमानों के आधार पर कंपनी के शेयर मूल्य के तेज उछाल की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और इसके व्यवसाय मॉडल को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
कंपनी की पृष्ठभूमि
क्रोनॉक्स लैब साइंसेज ने पिछले कुछ वर्षों में अपने व्यापार में अच्छी वृद्धि देखी है। कंपनी विशेष रसायनों के उत्पादन में लगी हुई है और इसका मुख्य ध्यान उच्च गुणवत्ता और नवीनता पर है। वित्तीय रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष में उच्च लाभ प्राप्त किए हैं और भविष्य में भी इसके विस्तार की अच्छी संभावनाएं हैं।
कंपनी के प्रमुख प्रमोटर जोगिंदरसिंह जसवाल, केतन रमानी और पृथेश रमानी ने व्यापार को आगे बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर कंपनी की पहचान बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उनके नेतृत्व में कंपनी ने नए उत्पाद लॉन्च किए हैं और बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की है।
इस आईपीओ के सफल होने से क्रोनॉक्स लैब साइंसेज को अपने विस्तार की योजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने पहले ही अपने उत्पादन क्षमता में वृद्धि की योजना बनाई है और नए बाजारों में प्रवेश करने का लक्ष्य रखा है।
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लोग टिप्पणियाँ
ये तो बस एक आईपीओ नहीं, एक जादू का बक्सा है! 🤩 ₹136 से शुरू करके ₹217 तक का रास्ता? मैंने तो सिर्फ एक चाय की कीमत लगाई थी, अब तो मुझे लगता है मैं एक बिल्ली की तरह बैठा हूँ और इंतजार कर रहा हूँ कि ये चूहा कहाँ भागता है 😂
इस आईपीओ की सब्सक्रिप्शन रेटिंग का विश्लेषण करने पर, यह स्पष्ट है कि बाजार में एक अत्यधिक अतिरंजित आशावाद का विकास हुआ है, जो वित्तीय नीतियों के साथ सामंजस्य नहीं रखता। यह एक बुलबुला है, और जब यह फटेगा, तो छोटे निवेशकों का नुकसान अपरिहार्य होगा।
भारतीय निवेशकों की यह बेकाबू भावना तो अब देश के लिए खतरा बन गई है। बिना डील की गहराई समझे, बस ग्रे मार्केट प्रीमियम देखकर झपट लेना-ये तो बच्चों का खेल है। हमारे देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता का नाम लेकर ऐसे लोग अपने बचत का खेल बना रहे हैं। इस तरह के आईपीओ अंततः देश की वित्तीय स्थिरता को खतरे में डालेंगे।
सबके लिए बहुत बढ़िया खबर है अगर आपने अपने निवेश को अच्छी तरह से समझा है। ये आईपीओ बस एक अवसर है-न तो जादू, न ही भूत। अगर आपको कंपनी का बिज़नेस मॉडल पसंद है, तो जाओ और लगाओ। बस अपनी ज़िम्मेदारी भी न भूलो। 💪❤️
ये सब एक बड़ा फ्रॉड है। एंकर निवेश के 2 घंटे बाद ग्रे मार्केट में ₹81 प्रीमियम? ये तो बस फंड्स घुमाने का नया तरीका है। कल रात मैंने एक दोस्त को देखा-वो बोल रहा था कि उसका भाई इस आईपीओ में लगाने वाला है... और फिर उसने अपना फोन बंद कर दिया। 🤫
मैंने इस आईपीओ को बार-बार देखा... फिर एक दिन भूल गया... और अब जब मैं वापस आया, तो पाया कि ये पूरी तरह सब्सक्राइब हो चुका है... मैंने तो सिर्फ एक बार देखा था... अब मैं रो रहा हूँ... क्योंकि मैंने तो बस एक चाय पी ली थी... और अब ये चाय मेरे जीवन की एक नई शुरुआत है... 🥲
आईपीओ के बारे में जानकारी देने के लिए अधिकारियों को उत्तरदायी होना चाहिए। यहाँ तक कि ग्रे मार्केट प्रीमियम का उल्लेख भी वित्तीय नियमों के खिलाफ है। यदि इस तरह की अनियमितताओं को नहीं रोका गया, तो भारतीय बाजार का विश्वास लंबे समय तक नहीं बना रहेगा।
भाईयों और बहनों, ये आईपीओ सिर्फ एक शेयर नहीं, ये तो एक रंग-बिरंगी रात का तारा है! जो लोग इसमें लग रहे हैं, वो न सिर्फ निवेश कर रहे हैं, बल्कि एक नई कहानी लिख रहे हैं-जहाँ एक छोटी सी कंपनी बन जाती है एक बड़े सपने का हिस्सा। जब ये लिस्ट होगा, तो हम सब गाना गाएंगे, और चाय की चुस्की लेते हुए बोलेंगे-'ये तो बस शुरुआत थी!' 🎉🇮🇳
yrr ye sab fake hai... koi bhi company 5 din me 20x subcribe hoti hai? ye toh sarkar ke saath milke banaya gaya hai... jaise koi ghar ka bhai bana ke chala jata hai... phir kya hota hai? pata hai? koi nahi... 😈