कश्मीर के बारामूला में दो लगातार भूकंप: जानें क्या है स्थिति

बारामूला में भूकंप: स्थिति सामान्य है

जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में मंगलवार की सुबह को दो लगातार भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इन भूकंपों की तीव्रता क्रमशः 4.9 और 4.8 मापी गई। ये भूकंप 20 अगस्त, 2024 को आए, और उनका समय केवल कुछ मिनटों का अंतराल रहा। भूकंप के झटके सुबह के शुरुआती घंटों में महसूस किए गए, जब अधिकांश लोग अपने घरों में थे। इतनी तेजी से आए इन झटकों ने लोगों को हिला कर रख दिया।

हालांकि, इन भूकंपों के बाद, खुशी की बात यह रही कि अभी तक किसी प्रकार की बड़ी क्षति या जनहानि की कोई खबर सामने नहीं आई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, भूकंप के तुरंत बाद अधिकारियों द्वारा स्थिति का जायजा लिया गया, और अभी तक किसी भी गंभीर नुकसान या किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

भूकंप की तीव्रता और असर

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, पहला भूकंप 4.9 की तीव्रता का था और दूसरा 4.8 का। इन दोनों भूकंपों का केंद्र बारामूला जिले में स्थित था, जो कि पर्वतीय इलाका है। इस क्षेत्र में भूकंप का आना कोई नई बात नहीं है, क्योंकि यहां की भूवैज्ञानिक स्थिति ऐसी है कि यहां आवधिक रूप से भूकंप आते रहते हैं।

इन भूकंपों का असर आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस किया गया, लेकिन कहीं से भी बड़े नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि उन्होंने तुरंत आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया था, ताकि किसी भी आवश्यक स्थिति के लिए तैयार रहा जा सके।

भूकंप के बाद के कदम

भूकंप के तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन ने विभिन्न क्षेत्रों में टीमों को भेजा है जो कि किसी भी प्रकार की क्षति का आकलन कर रही हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में छात्र और शिक्षक सुरक्षित हैं और किसी प्रकार का हादसा नहीं हुआ है।

इसके अलावा, अस्पतालों में भी किसी आपात स्थिति के लिए तैयारियां की गई हैं। हालांकि, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है, फिर भी डॉक्टरों और नर्सों की टीमें पूरी तरह से तैयार हैं।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों ने बताया कि भूकंप के झटकों से कुछ समय के लिए वे घबरा गए थे। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "सुबह-सुबह जब हम सो रहे थे, अचानक बड़ा झटका महसूस हुआ और हम सब बाहर भागे। हमें डर लगा कि कोई बड़ा हादसा न हो जाए।" हालांकि, राहत की बात यह है कि किसी प्रकार की बड़ी क्षति नहीं हुई और लोग धीरे-धीरे सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं।

लोगों में भूकंप के झटकों के बाद भी डर और चिंता बनी हुई है। वे लगातार प्रशासन की ओर देख रहे हैं कि उन्हें सही जानकारी मिले और किसी भी परिस्थिति में उन्हें संभालने के लिए प्रशासनिक तैयारी हो।

भविष्य की तैयारियां

सरकार ने इस घटना के बाद भविष्य में संभावित भूकंप के लिए तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाने की योजना बनाई है। प्रशासन का कहना है कि वे लोगों को भूकंप के समय उचित कदम उठाने के बारे में जागरूक करेंगे और उन्हें प्रशिक्षण देंगे, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित रह सकें।

कुल मिलाकर, जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में आए इन दो लगातार भूकंपों ने एक बार फिर से इस क्षेत्र की भूवैज्ञानिक संवेदनशीलता को उजागर कर दिया है। जबकि इस बार जनहानि और बड़ी क्षति से बचा गया, प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर भविष्य में ऐसी स्थितियों के लिए और अधिक तैयार रहना होगा।

लोग टिप्पणियाँ

  • Anil Tarnal
    Anil Tarnal अगस्त 21, 2024 AT 03:06

    सुबह को झटका लगा तो मैं तो बिस्तर से उछल पड़ा। दिल धड़क रहा था जैसे कोई दरवाजा तोड़कर अंदर आ गया हो। अभी तक दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा। लेकिन अच्छा हुआ कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।

  • Viraj Kumar
    Viraj Kumar अगस्त 22, 2024 AT 05:26

    ये भूकंप तो बिल्कुल अनिवार्य थे। जम्मू-कश्मीर में इतने सालों से बिना नियंत्रण के बिल्डिंग्स बनाई जा रही हैं। नए घरों में भी कोई सीसीआरआई मानक नहीं है। ये सब बेकार की लापरवाही है। अगर इस बार नुकसान नहीं हुआ तो अगली बार किसी के बच्चे की जान जाएगी।

  • Shubham Ojha
    Shubham Ojha अगस्त 23, 2024 AT 00:50

    इस जम्मू-कश्मीर की धरती तो प्राचीन गीत गाती है-हर झटका उसकी याद दिलाता है कि ये ज़मीन कितनी जीवंत है। भूकंप नहीं, ये तो प्रकृति का सांस लेना है। हम इसे डर के नाम पर नहीं, बल्कि सम्मान के नाम पर समझना चाहिए। इस बार बच गए, अगली बार भी बचेंगे।

  • tejas maggon
    tejas maggon अगस्त 24, 2024 AT 13:39

    yeh sab fake hai... ncs ke data ko kisi ne hack kiya hai... ye earthquakes usa ke satellite se trigger kiye gaye hai... kashmir me koi natural quake nahi hota... yeh sab propaganda hai... koi bhi building nahi gir rahi... kyuki sab kuch controlled hai... jaldi se ghar chhod do... yeh sab fake news hai

  • Subashnaveen Balakrishnan
    Subashnaveen Balakrishnan अगस्त 24, 2024 AT 20:13

    कुछ लोगों को लगता है भूकंप अचानक आते हैं पर असल में ये जम्मू-कश्मीर के लिए रोज़ की बात है। मैंने देखा है यहां के लोग भूकंप के बाद भी अपने घरों की दीवारों को देखते हैं और बात करते हैं कि कहां दरार आई। ये डर नहीं बल्कि जागरूकता है।

  • Keshav Kothari
    Keshav Kothari अगस्त 26, 2024 AT 03:39

    प्रशासन की तैयारी बिल्कुल बेकार है। एक भूकंप के बाद तुरंत टीम भेजना तो बहुत आसान है। लेकिन जो घर आज बन रहे हैं वो कल के भूकंप के लिए बन रहे हैं। कोई भी लंबी योजना नहीं। बस बयान देना और फोटो खींचना।

  • Rajesh Dadaluch
    Rajesh Dadaluch अगस्त 27, 2024 AT 03:10

    कोई नुकसान नहीं हुआ तो अच्छा लगा। अब चलो आगे बढ़ जाएं।

  • Pratyush Kumar
    Pratyush Kumar अगस्त 28, 2024 AT 09:20

    मैं बारामूला का रहने वाला हूं। यहां हर बच्चा भूकंप के बारे में स्कूल में सीखता है। हम जानते हैं कि जब झटका आए तो क्या करना है। लेकिन अब नई बात ये है कि बड़े लोग भी इसे नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। बिल्डर्स नियम तोड़ रहे हैं। अगर हम अपने बच्चों की सीख को याद रखें तो अगली बार भी हम बच जाएंगे।

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