नवरात्रि के छठे दिन: माँ कात्यायनी पूजा विधि और शुभ मुहूर्त की व्यापक जानकारी
नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी की आराधना के लिए समर्पित होता है। माँ दुर्गा के इस रूप की चार भुजाएँ होती हैं और वे सिंह पर विराजमान होती हैं। पूजा में आकाशत, रोली, कुमकुम, और भोग चढ़ाने की परंपरा है। शुद्ध वस्त्र पहन कर, ब्रह्म मुहूर्त में पूजा आरंभ की जा सकती है। माँ कात्यायनी की पूजा विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने और सफलता पाने का विशिष्ट उपाय मानी जाती है।