मॉनसून अलर्ट – आपके लिए ताज़ा मौसम सूचना
जब मॉनसून अलर्ट, भारत में मानसून के दौरान तीव्र वर्षा, बाढ़ और जलीय आपदाओं की आधिकारिक चेतावनी. Also known as मॉनसून चेतावनी सुनते हैं, तो समझ जाएँ कि यह केवल एक शब्द नहीं, बल्कि जलवायु जोखिम का एक प्रमुख संकेतक है। मॉनसून अलर्ट दर्शाता है कि वर्षा‑संबंधी जोखिम बढ़ा है, इसलिए लोगों को सावधानियों पर तुरंत काम करना चाहिए। यह चेतावनी आमतौर पर इंडियन मौसम विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय स्तर पर मौसम के पूर्वानुमान और चेतावनियाँ जारी करने वाला निकाय द्वारा जारी की जाती है और इसका उद्देश्य जनसुरक्षा को बढ़ाना है।
मुख्य तौर पर येलो अलर्ट, वर्षा, तूफ़ान या बाढ़ के संभावित प्रभाव को दर्शाने वाली मध्यम चेतावनी का जुड़ाव होता है। येलो अलर्ट का मतलब है कि बरसात की तीव्रता बढ़ सकती है, लेकिन अभी तक पूर्ण बाढ़ नहीं हुई। वहीं बारिश, मॉनसून के दौरान लैंड स्केल पर गिरने वाली जलधारा खुद अलर्ट का सबसे बुनियादी तत्व है—बिना बारिश के कोई अलर्ट नहीं होता। जब IMD कहता है “बादल‑भराव, यू‑डब्ल्यू‑डेटा पर 100 mm/24 hrs से अधिक” तो यह सीधे ही येलो अलर्ट या रेड अलर्ट में बदल सकता है। इस प्रकार मॉनसून अलर्ट एक श्रृंखला बनाता है: “इंडियन मौसम विज्ञान विभाग चेतावनी जारी करता है → येलो अलर्ट या रेड अलर्ट लागू होता है → बारिश की तीव्रता बढ़ती है → जनता को सुरक्षा उपाय अपनाने पड़ते हैं।”
आज की प्रमुख चेतावनियाँ और क्या करें?
इस हफ़्ते दिल्ली‑एनसीआर में बादल छाए रहेंगे, यूपी में येलो अलर्ट जारी है और बिहार में भारी बारिश की संभावना बताई गई है। यानी, अगर आप इन क्षेत्रों में हैं तो घर के बाहर न निकलें, जल स्तर देख कर ही यात्रा तय करें और विद्युत आपूर्ति में व्यवधान की संभावना के लिए तैयार रहें। इसी तरह राजस्थान, मध्य प्रदेश या पश्चिमी घने क्षेत्रों में भी स्थानीय मौसम विभाग अक्सर हल्की‑बारिश और moderate AQI की चेतावनी देता है—इन संकेतों को नजरअंदाज़ न करें।
इन मोटे‑मोटे संकेतों के अलावा, व्यक्तिगत तैयारी भी ज़रूरी है: जलजली, एम्बुलेंस नंबर, और निकटतम सुरक्षित स्थल की जानकारी रखें। अगर आप खेती‑बाड़ी करते हैं तो फसल बचाने के लिए जल निकासी की व्यवस्था पहले से ही कर लेनी चाहिए। शहर में रहने वाले लोग अपनी निचली मंज़िल के दरवाज़े‑खिड़कियों को सील कर सकते हैं, जिससे जल प्रवेश कम होगा।
नीचे एक चयनित लेख संग्रह है। प्रत्येक लेख में हाल‑का मोनसून अलर्ट, उसके प्रभाव, और आप कैसे सुरक्षित रह सकते हैं, इसपर विस्तृत जानकारी दी गई है। पढ़ते‑पढ़ते आप खुद को और अपने परिवार को बेहतर तैयार कर पाएँगे।