बजट सत्र 2025 – जानें क्या होगा, कब होगा और क्यों है महत्वपूर्ण
हर साल भारत के बजट सत्र में वित्त मंत्री देश की आर्थिक दिशा तय करते हैं। 2025 का बजट कई कारणों से खास है: inflation की चिंता, रोजगार की दर, और डिजिटल तकनीक का समर्थन। अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा कैसे परखा जाएगा, तो इस लेख को पढ़ें।
बजट सत्र कब है और क्या उम्मीद रखनी चाहिए
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को संसद में बजट पेश करेंगी। यह तारीख पिछले सालों की तुलना में थोड़ी देर से है, क्योंकि सरकार ने COVID‑19 के बाद के सुधार को प्राथमिकता दी। इस सत्र में मुख्य फोकस होगा:
- कृषि के लिए अतिरिक्त सब्सिडी और ऋण राहत
- छोटे उद्यमों को कर में छूट
- डिजिटल इन्फ्रास्टरक्चर, AI और स्टार्ट‑अप के लिए फंड्स
- स्वास्थ्य और शिक्षा पर बढ़ा हुआ खर्च
इन बिंदुओं से यह स्पष्ट होता है कि बजट सिर्फ numbers नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की जिंदगी में बदलाव ला सकता है।
बजट के प्रमुख आयाम – रोजगार, कर सुधार और आर्थिक विकास
2025 के बजट में रोजगार सृजन पर ज़ोर दिया जाएगा। सरकार ने लक्ष्य रखा है कि अगले पांच साल में 1 करोड़ नई नौकरियाँ पैदा हों। इसके लिए रोजगार‑उन्मुख स्कीम्स जैसे ‘नई स्किल्स फॉर इंडिया’ को बढ़ावा मिलेगा।
कर सुधार भी एक बड़ा मुद्दा है। व्यक्तियों के लिए टैक्स स्लैब को थोड़ा आसान किया जा सकता है, जबकि बड़े कंपनियों के लिए रिवर्स टॅक्सेशन को हटाने की बात सुनी गई है। इससे छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
आर्थिक विकास की बात करें तो, सर्वेक्षण 2024‑25 ने बताया कि भारत की जीडीपी 6.3‑6.8% की दर से बढ़ेगी। बजट में इस रफ़्तार को बनाए रखने के लिए infrastructure projects, जैसे हाईवे, पोर्ट और हवाई अड्डे, में भारी निवेश की योजना है।
यदि आप अपने निजी वित्त को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो बजट में घोषणा हुए tax‑saving options को तुरंत देख लें। PF, PPF, और नई राष्ट्रीय पेंशन योजना को समझना आपके बचत में इज़ाफ़ा कर सकता है।
अंत में, बजट सत्र के दौरान लाइव टेलीविजन और ऑनलाइन स्ट्रीमिंग पर बयान सुनना न भूलें। कई बार वित्त मंत्री कुछ ऐसे बिंदु बताते हैं जो प्रेस रिलीज़ में नहीं आते – जैसे छोटे व्यापारियों के लिए विशेष अनुदान या नई कृषि तकनीकी की योजना। इनकी जानकारी आपके निर्णय लेने में मददगार होगी।
तो, बजट सत्र 2025 आपके और पूरे देश के लिए क्या लेकर आएगा? इसे समझने के लिए बस इतना ही काफी है – तारीख याद रखें, प्रमुख बिंदुओं को नोट करें, और अपने आर्थिक लक्ष्य के हिसाब से योजना बनाएं।