डूलेप ट्रॉफी 2025 के स्क्वॉड में 8 पूर्व CSK खिलाड़ियों को मिली कॉल, ध्रुव जूरेल का आधिपत्य

डूलेप ट्रॉफी 2025 का फिर से ज़ोनल रूपांतरण

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस साल की डूलेप ट्रॉफी को फिर से पारम्परिक ज़ोनल फॉर्मेट में लाने का निर्णय किया। कुल छह ज़ोन – उत्तर, दक्षिण, पश्चिम, पूर्व, मध्य और उत्तर‑पूर्व – अब बेंगलुरु के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस ग्राउंड में 28 अगस्त से 15 सितंबर तक मुकाबले करेंगे। पिछले सीज़न में भारत ए, बी, सी, डी जैसी टीमों की व्यवस्था रही थी, पर अब पुरानी परंपरा को दोबारा जीवंत किया गया है।

यह बेंगलुरु टुर्नामेंट न केवल घरेलू क्रिकेट की मूल धारा को पुनर्स्थापित करता है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को बड़े मंच पर दिखाने का भी मौका देता है। कई टीमों ने अपने स्क्वॉड में बेजोड़ ताजगी और अनुभव का मिश्रण रखा है, जिससे प्रशंसकों को रोमांचक खेल देखना मिलेगी।

CSK के पूर्व सितारे और नई उम्मीदें ज़ोनों में

CSK के पूर्व सितारे और नई उम्मीदें ज़ोनों में

डूलेप ट्रॉफी के इस संस्करण में खास बात यह है कि आठ पूर्व चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) खिलाड़ी विभिन्न ज़ोनों में शामिल हुए हैं। यह दिखाता है कि आईपीएल की चमक अब घरेलू टूर्नामेंट में भी प्रतिबिंबित हो रही है।

  • Duleep Trophy 2025 में मध्य ज़ोन की कप्तानी ध्रुव जूरेल ने ली। जूरेल, जो CSK के लिए विकेट‑कीपर बॅट्समैन के तौर पर जाने जाते हैं, अपने साथ राजत पाटीदार, कुलेदीप यादव और दीपक चहार जैसे अनुभवी खिलाड़ी लाए हैं।
  • पश्चिम ज़ोन में यशस्वी जयसवाल और तुशार देशपांडे का शामिल होना खास ध्यान आकर्षित करता है। जयसवाल ने हाल ही में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाई है, जबकि देशपांडे की तेज़ गति वाली गेंदबाज़ी टीम को ताकत देती है।
  • पूर्व ज़ोन में रियान पराग को जगह मिली है, जो पिछले साल भारत A के विजेता स्क्वॉड का हिस्सा थे और CSK में अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं।
  • उत्तर ज़ोन में युध्वीर सिंह ने अपनी पहली कॉल पाई है। उन्होंने भी IPL में CSK की शर्ट पहनी है और अब इस ज़ोन की टीम में अपने टैलेंट को साबित करना चाहते हैं।
  • दक्षिण ज़ोन का नेतृत्व तिलक वर्मा करेंगे, जबकि मोहम्मद अजहरुद्दीन उप-कप्तान रहेंगे। इस ज़ोन में देवदत्त पादिक्कल और आर. साई किशोर जैसे नाम भी शामिल हैं।

इन्हीं के अलावा, उत्तर‑पूर्व ज़ोन ने भी कई उभरते सितारों को मौका दिया है, जैसे कि असम के तेज़ बॉलिंग वाले रियान पराग के साथ वैभव सूर्यवंशी—एक किशोर sensation—को स्टैंडबाय में रखा गया है। यह दर्शाता है कि भारतीय क्रिकेट में टैलेंट की कोई उम्र सीमा नहीं है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो मध्य ज़ोन को इस बार सबसे मजबूत टीम माना जा रहा है। ध्रुव जूरेल की कप्तानी, कुलेदीप यादव की स्पिन, दीपक चहार का मध्यम गति वाला पिच पर नियंत्रण और राजत पाटीदार की बल्लेबाज़ी सभी मिलकर इस टीम को एक ठोस जीत की उम्मीद दिलाते हैं। दूसरी ओर, पश्चिम ज़ोन की तेज़ आक्रमण और पूर्व ज़ोन की बहुमुखी रोमांटिक शैली भी टाइट मुकाबले का संकेत देती है।

डूलेप ट्रॉफी 2025 न केवल ज़ोनों के बीच प्रतिस्पर्धा को तेज करेगी, बल्कि IPL में चमकते खिलाड़ियों को घरेलू मंच पर निरंतर प्रदर्शन करने का अवसर भी देगी। प्रशंसकों के लिए यह मौके का बम है—पुराने सितारे और नई पीढ़ी एक ही मैदान में टकराएंगे, और बेंगलुरु के खेत में क्रिकेट का असली जज्बा फिर से जीवंत हो उठेगा।

लोग टिप्पणियाँ

  • Pratyush Kumar
    Pratyush Kumar सितंबर 27, 2025 AT 18:28

    इस बार का डूलेप ट्रॉफी वापसी बहुत अच्छी लग रही है। पुरानी ज़ोनल सिस्टम में कुछ अलग ही जज़्बा था। अब युवा खिलाड़ी भी अपनी पहचान बना सकते हैं, और CSK के पूर्व खिलाड़ी जैसे कुलेदीप और दीपक चहार जैसे अनुभवी लोग इसे और भी रोचक बना रहे हैं। बस ये देखना है कि मध्य ज़ोन की टीम कितनी ज़बरदस्त रहेगी।

    कुछ लोग कहते हैं IPL ने घरेलू क्रिकेट को खो दिया, पर अब लग रहा है कि वो बस अलग रास्ते पर चल रहे हैं।

  • nishath fathima
    nishath fathima सितंबर 28, 2025 AT 09:35

    यह सब बहुत बुरा है। खिलाड़ियों को टीमों के नाम से जोड़ना गलत है। भारत के लिए खेलना चाहिए, CSK के लिए नहीं। यह अपनी जगह के लिए खेलने का नाम ले रहे हैं। यह एक बुरी आदत है।

  • DHEER KOTHARI
    DHEER KOTHARI सितंबर 29, 2025 AT 18:32

    मध्य ज़ोन का स्क्वॉड तो बहुत बढ़िया है 😍 ध्रुव जूरेल कप्तानी कर रहे हैं, कुलेदीप गेंदबाजी कर रहे हैं, दीपक चहार पिच पर नियंत्रण रख रहे हैं... ये तो एक फिल्म की तरह है! 🎬

    और यशस्वी जयसवाल और तुशार देशपांडे का पश्चिम ज़ोन में होना? वाह! देखने को मिलेगा बम फटना 😎

    भाई ये टूर्नामेंट तो बस शुरू हुआ है, लेकिन जज्बा तो पहले से ही जल रहा है!

  • vineet kumar
    vineet kumar सितंबर 29, 2025 AT 20:25

    ज़ोनल फॉर्मेट का वापसी एक अच्छा कदम है, लेकिन इसके पीछे की तर्कशास्त्र अधिक गहरा है। IPL के बाद भी घरेलू क्रिकेट को जीवित रखने का एक तरीका है - जमीनी स्तर पर खेल को जोड़ना। जब खिलाड़ी अपने ज़ोन के लिए खेलते हैं, तो वे अपने राज्य, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा के लिए भी खेलते हैं। यह एक आध्यात्मिक जुड़ाव है।

    अगर हम इसे सिर्फ़ प्रदर्शन का माध्यम समझेंगे, तो हम उस गहराई को खो देंगे जो भारतीय क्रिकेट की नींव है।

  • Deeksha Shetty
    Deeksha Shetty सितंबर 30, 2025 AT 13:45

    मध्य ज़ोन को सबसे मजबूत बताना बहुत आसान है क्योंकि उनके पास अनुभवी खिलाड़ी हैं लेकिन उत्तर पूर्व के वैभव सूर्यवंशी जैसे लड़के को स्टैंडबाय में रखना बेकार है। ये नई पीढ़ी को अभी नहीं देख रहे। इन चीजों में राजनीति है और ये बस अपने ब्रांड को बचाना चाहते हैं।

  • Ratna El Faza
    Ratna El Faza अक्तूबर 1, 2025 AT 00:04

    मुझे लगता है ये बहुत अच्छा है। जब मैं छोटी थी तो ज़ोनल क्रिकेट देखना बहुत मज़ा आता था। अब ये वापस आ गया है और यशस्वी और ध्रुव जैसे खिलाड़ी भी इसमें हैं। बहुत अच्छा लग रहा है। 😊

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