बैक न्यूज: विक्की कौशल की नई फिल्म की ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं
हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'बैक न्यूज' ने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी है। विक्की कौशल, तृप्ति डिमरी और एमी विर्क की स्टारकास्ट वाली इस फिल्म ने दर्शकों का ध्यान खींचा है। फिल्म को आनंद द्वारा निर्देशित किया गया है और इसकी कहानी थोड़े चुटकुलों और कॉमेडी पर आधारित है। लेकिन ट्विटर पर इस फिल्म को मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
फिल्म के बारे में दर्शकों की राय विभाजित है। कुछ लोग फिल्म की कॉमेडी को उपहास भरी और आनंददायक मान रहे हैं, वहीं कुछ दर्शक मानते हैं कि फिल्म उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी। इस विरोधाभास को समझने के लिए हमने ट्विटर प्रतिक्रियाओं का गहराई से विश्लेषण किया है।
सकारात्मक प्रतिक्रियाएं
फिल्म के पक्ष में जितने भी ट्वीट्स आए हैं, उनमें अधिकतर दर्शकों ने विक्की कौशल की एक्टिंग की जमकर तारीफ की है। उनकी कॉमिक टाइमिंग और भाव-भंगिमा ने बहुतों का दिल जीत लिया। कई लोगों ने फिल्म के चुटकुलों और संवादों की सराहना की और कहा कि इन्होने उन्हें खूब हंसाया। एमी विर्क और तृप्ति डिमरी की भी प्रशंसा की गई, जिन्होंने अपनी भूमिकाओं को अच्छे तरीके से निभाया।
एक दर्शक ने ट्विटर पर लिखा, 'बैक न्यूज सच में एक बेहतरीन कॉमेडी फिल्म है। विक्की कौशल और एमी विर्क की केमिस्ट्री ने फिल्म में जान डाल दी।' दूसरे ने कहा, 'फिल्म की स्क्रिप्ट और संवाद सुपर हैं। आपको हंसाते-हंसाते पेट में दर्द हो जाएगा।'
नकारात्मक प्रतिक्रियाएं
हालांकि, हर कहानी की तरह इस फिल्म के भी दो पहलू हैं। कुछ दर्शकों ने फिल्म को निराशाजनक बताया। उनका कहना है कि फिल्म की कहानी कमजोर है और कॉमेडी में भी नए प्रयोगों की कमी है। कुछ लोगों ने इसे पुराने फार्मूलों पर आधारित बताया और कहा कि इसमें ताजगी की कमी है।
एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, 'फिल्म का पहला हाफ अच्छा है, लेकिन दूसरे हाफ में कहानी ढेर हो जाती है।' दूसरे ने लिखा, 'मुझे उम्मीद थी कि यह फिल्म कुछ नया पेश करेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।'
फिल्म की कहानी पर विचार
फिल्म 'बैक न्यूज' की कहानी एक छोटे शहर पर आधारित है जहां तीन दोस्तों की मस्ती, दोस्ती और जुगाड़ की छोटी-मोटी कहानियों को दिखाया गया है। यह दोस्ती की भावना को पकड़ती है और इससे दर्शक अपने जीवन के कई छोटे-छोटे पल याद कर सकते हैं।
फिल्म का निर्देशन भी अद्वितीय है, जिसमें छोटे-छोटे मोड़ और चौंकाने वाली घटनाएं हैं। हालांकि, यही घटनाएं कुछ को सिनेमेटिक आनंद देती हैं और कुछ को निराश करती हैं।
संवाद और संगीत
फिल्म के संवाद और संगीत पर भी मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। जहां कुछ दर्शकों ने फिल्म के गानों और संगीत को माधुर्यपूर्ण बताया, वहीं कुछ को इसमें नयापन कम लगा।
फिल्म की बैकग्राउंड म्यूजिक और गानों की लिरिक्स इस प्रकार तैयार की गई है कि वे कहानी में सजगता लाती हैं। लेकिन इसमें भी कुछ लोगों ने कहा कि गाने ज्यादा यादगार नहीं हैं।
अंतिम विचार
संक्षेप में कहा जाए तो फिल्म 'बैक न्यूज' को दर्शकों से मिश्रित प्रतिक्रिया मिली है। जहां कुछ लोगों ने इसे हास्य और मनोरंजन की दृष्टि से पसंद किया, वहीं कुछ ने इसे साधारण पाया। फिल्म की कहानी और निर्देशन में कुछ नवीनता हो सकती थी, जिससे अधिकतर दर्शक इसे स्वीकार करते।
फिल्म को देखने के बाद आप खुद ही निर्णय ले सकते हैं कि यह आपकी अपेक्षाओं पर खरी उतरती है या नहीं। लेकिन इतना तो जरूर कहा जा सकता है कि फिल्म ने सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनने में सफलता हासिल की है।
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लोग टिप्पणियाँ
फिल्म बोरिंग थी।
विक्की का अंदाज़ तो बेस्ट ही था, लेकिन फिल्म का टोन एकदम से बदल गया जैसे निर्देशक ने अचानक अपना मूड बदल लिया। कॉमेडी और ड्रामा के बीच का लिंक टूट गया। अगर ये फिल्म एक गाना होती तो ये वो गाना होता जिसका ब्रिज बिल्कुल फिट न हो।
मैंने फिल्म देखी और बहुत मजा आया 😊 विक्की और एमी की केमिस्ट्री तो बस जान ले लो, उनके बीच का बातचीत का तरीका बिल्कुल रियल लगा। फिल्म की एनर्जी बहुत अच्छी थी।
ये सब फिल्में बनाने वाले लोग अपनी जिंदगी में कभी दोस्त नहीं बना पाए शायद इसलिए दोस्ती की कहानी बनाते हैं।
फिल्म में जो बातचीत है वो बिल्कुल गलत है। इतने सारे लोग अपने दोस्तों के साथ ऐसे बातें करते हैं? ये तो बस एक टीवी शो है जिसे फिल्म बना दिया गया। ये जो कॉमेडी है वो असली जिंदगी में कभी नहीं होती।
मैंने फिल्म देखी और लगा जैसे किसी ने मेरे बचपन के दोस्तों को रिकॉर्ड कर लिया हो। उनकी बातें, उनकी अजीब आदतें, वो छोटे-छोटे झगड़े जो फिर से दोस्ती बन जाते हैं... ये सब बिल्कुल असली लगा।
फिल्म की कहानी एक ऐसी लाइफ लेसन देती है जो हम सब भूल चुके हैं - कि दोस्ती का मतलब बस एक दूसरे के साथ खुश रहना नहीं, बल्कि एक दूसरे के अंधेरे में भी साथ देना है। ये फिल्म इस बात को बहुत ही सादगी से दिखाती है।
यह फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक अनुचित अपमान है। इस तरह की फिल्मों को प्रमोट करने से नवयुवकों का मानसिक स्तर नीचे जाता है।
अरे भाई, फिल्म का नाम 'बैक न्यूज' है... और तुम लोग इसकी कहानी के बारे में बात कर रहे हो? क्या तुम्हें नहीं पता कि ये फिल्म तो बस एक बैकग्राउंड न्यूज रिपोर्ट है... जिसे फिल्म के रूप में बना दिया गया है? ये तो एक बड़ा ट्रिक है।
मैंने सुना है कि ये फिल्म बनाने वाले लोगों के पास कोई असली दोस्त नहीं है... इसलिए उन्होंने फिल्म में बना लिया। 😅
क्या तुमने देखा कि जब विक्की कौशल ने बाथरूम में जाते हुए एमी विर्क को देखा तो उसकी आंखों में एक झलक थी... वो झलक नहीं थी वो एक संकेत था... ये फिल्म एक गुप्त संदेश है जो सिर्फ उन्हीं लोगों को समझ आएगा जिन्होंने 2019 के बाद ट्विटर छोड़ दिया है।
दोस्ती का मतलब है जब तुम बीच में गिर जाओ तो कोई तुम्हें उठाए... न कि बस तुम्हारे लिए फिल्म बनाए। ये फिल्म तो बस एक दोस्त की याद दिलाने का तरीका है। ❤️
इस फिल्म में जो कॉमेडी है वो बिल्कुल अंग्रेजी अंदाज़ में है। हमारे देश में लोग ऐसे नहीं बोलते। ये फिल्म बनाने वाले लोग दिल्ली या मुंबई के बाहर के लोगों को नहीं जानते। हमारे छोटे शहरों में लोग ऐसी बातें नहीं करते। ये फिल्म बिल्कुल गलत दिशा में है।
फिल्म की स्क्रिप्ट बहुत ज्यादा फोकस करती है कॉमेडी पर और कहानी को भूल जाती है। अगर ये फिल्म एक ड्रामा होती तो ये बहुत अच्छी होती।
मैंने फिल्म देखी और लगा जैसे किसी ने मेरे दोस्तों की बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया हो। बिल्कुल वैसे ही बातें करते हैं हम। बस एक बात बदल गई थी वो ये कि हम इतने फिल्मी ढंग से नहीं बोलते।
मैं बहुत ज्यादा एमोशनल हो गई। फिल्म के अंत में जब वो तीनों एक साथ बैठे थे और चुपचाप बातें कर रहे थे... उस पल में मुझे लगा कि मैं भी उनके बीच हूँ। ये फिल्म ने मुझे अपने दोस्तों की याद दिला दी।
मुझे लगा फिल्म अच्छी है। बस थोड़ा धीमी शुरुआत है। लेकिन अंत बहुत अच्छा है।
फिल्म बिल्कुल बेकार है। देखने का कोई मतलब नहीं।
इस फिल्म का निर्माण भारतीय सिनेमा के विकास के लिए एक निर्णायक बिंदु है। इसमें विक्की कौशल की अभिनय शैली ने एक नए आदर्श की नींव रखी है जिसे भविष्य की पीढ़ियों को अपनाना चाहिए।