हाईवे जलभराव क्या है और क्यों होते हैं अक्सर?

बारिश के मौसम में जब बारिश तेज़ होती है, तो कई बार हाईवे के किनारे के नाले या जल निकासी सिस्टम ठीक से काम नहीं करते। इससे पानी सड़क पर इकट्ठा हो जाता है, यानी जलभराव। भले ही थोड़ा पानी ही दिखे, लेकिन गाड़ी चलाते समय उसका असर बड़ा हो सकता है। पानी की गहराई, गति और जमीन की सतह मिलकर ड्राइवर को फिसलन, ब्रेकिंग दूरी बढ़ाने और कभी‑कभी गाड़ी के इंजन में पानी पहुंचाने जैसी समस्या दे सकते हैं।

जलभराव के मुख्य कारण

1. **नाली बंद या कम क्षमता** – पुराने नालियों में मलबा, कूड़ा‑करकट या निर्माण के दौरान गड़बड़ी के कारण पानी जल्दी नहीं निकल पाता। 2. **सड़क की ढलान सही नहीं** – कई हाईवे पर ठीक ढलान नहीं होती, इसलिए पानी का बहाव रुक जाता है और वह स्थिर हो जाता है. 3. **बनावट में कमी** – असमान सतह, गड्ढे और पक्की नहीं हुई जगहें पानी को जमा कर देती हैं. 4. **अधिक भारी बारिश** – कभी‑कभी मौसम विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज कर के बहुत तेज़ बरसात हो जाती है, जो कि नालियों की क्षमता से अधिक होती है.

वास्तविक समय में क्या करें?

अगर आप हाईवे पर जलभराव देखते हैं, तो तुरंत गाड़ी को रोकना नहीं चाहिए—भले ही देखना आसान हो, अचानक ब्रेक लगाने से फिसलन बढ़ सकती है। नीचे कुछ सरल टिप्स हैं जो तुरंत मददगार होंगी:

  • धीरे‑धीरे आगे बढ़ें: तेज़ गति से नहीं, बल्कि 30‑40 किमी/घंटा या उससे कम रख कर चलें। इससे टायर और पानी के बीच की फिसलन कम रहती है.
  • टायर का प्रेशर सही रखें: बारिश से पहले टायर का प्रेशर जाँचें। कम या अधिक प्रेशर दोनों ही जलभराव में पकड़ घटा देते हैं.
  • ब्रेक धीरे‑धीरे लगाएँ: अचानक ब्रेक लगाने से फिसलन बढ़ती है। ब्रेक धीरे‑धीरे दबाएँ और पैर को स्टीयरिंग व्हील पर स्थिर रखें.
  • गहराई का अंदाज़ा लगाएँ: अगर पानी 5‑10 सेंटीमीटर से कम है, तो धीरे‑धीरे आगे बढ़ें। अगर जल स्तर 15‑20 सेंटीमीटर से ऊपर है, तो गाड़ी को किनारे ले जाकर इंतज़ार करें.
  • सही लाइन में रहें: अक्सर पानी का बहाव सबसे तेज़ किनारे पर होता है। मध्य या थोड़ा किनारा चुनें, जहाँ पानी कम गहरा हो.

इन उपायों से आप खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं। लेकिन सबसे बेहतर उपाय है, हाईवे प्रबंधन की जिम्मेदारी को ठीक करना।

स्थानीय प्राधिकरणों को नालियों की साफ‑सफ़ाई, नई जल निकासी प्रणाली बनाना और मौजूदा रस्तों की नियमित जाँच करवाना चाहिए। आप भी अपने इलाके में खराब नाली या जलभराव की शिकायतें ऑनलाइन या मोबाइल ऐप के माध्यम से रिपोर्ट कर सकते हैं। छोटी‑छोटी रिपोर्टें मिलकर बड़ी बदलाव का कारण बनती हैं।

अंत में याद रखें, जलभराव सिर्फ एक असुविधा नहीं, यह गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। छोटा‑सा ध्यान, जैसे टायर प्रेशर चेक करना या स्पीड कम रखना, आप और आपके साथियों की जान बचा सकता है। अगली बारिश में जब हाईवे पर जलभराव देखें, तो इन टिप्स को याद रखें और सुरक्षित रहें।

महाराष्ट्र बारिश: नीरा देवड़ा नहर टूटी, हाईवे जलमग्न—लोगों की परेशानी बढ़ी

महाराष्ट्र बारिश: नीरा देवड़ा नहर टूटी, हाईवे जलमग्न—लोगों की परेशानी बढ़ी

महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते नीरा देवड़ा नहर टूट गई, जिससे पास का हाईवे जलमग्न हो गया। इस घटना ने स्थानीय आवागमन ठप कर दिया और आसपास के गांवों में जल जमाव की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है।

और अधिक जानें

यहां तलाश करो