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डिजिटल पेमेंट क्या है? – सरल समझ और शुरुआत

डिजिटल पेमेंट कहें तो आपका पैसा मोबाइल या कंप्यूटर के ज़रिए भेजना‑पैसा लेना ही है। अब बैंक में लाइन में खड़े होकर चैक नहीं भरना पड़ता, बस कुछ टैप या क्लिक से लेन‑देन पूरा हो जाता है। भारत में UPI, मोबाइल वॉलेट, कार्ड और नेट‑बैंकिंग सबसे ज्यादा इस्तेमाल होते हैं।

डिजिटल पेमेंट के प्रमुख तरीके

सबसे पहले बात करते हैं UPI की। यदि आपका बैंक UPI सपोर्ट करता है, तो ज़रूरी ऐप (Google Pay, PhonePe, BHIM) में अपना बैंक खाता जोड़कर सीधे किसी भी मोबाइल नम्बर या वर्चुअल आईडी पर पैसा भेज सकते हैं। रजिस्ट्रेशन आसान है, फॉर्म भरते‑भरते 2‑3 मिनट में तैयार हो जाता है।

मोबाइल वॉलेट दूसरे लोकप्रिय विकल्प हैं। Paytm, PhonePe, Amazon Pay जैसे वॉलेट में आपका पैसा पहले लोड होता है, फिर आप बिल, रिचार्ज, ऑनलाइन शॉपिंग इत्यादि में इस्तेमाल कर सकते हैं। वॉलेट का फायदा यह है कि आप बिना बैंक डिटेल दिखाए भी भुगतान कर सकते हैं, इसलिए छोटे छोटे ट्रांजैक्शन में ये बहुत फायदेमंद है।

कार्ड पेमेंट का चलन भी तेज़ है। डेबिट या क्रेडिट कार्ड को ऑनलाइन शॉपिंग और एप्प में जोड़कर ‘ऑटो‑फिल’ या ‘डिज़िटल स्लीप’ के ज़रिए पेमेंट कर सकते हैं। कार्ड का इन्फ़ॉर्मेशन एक बार सेव हो जाने पर दो‑तीन क्लिक में पूरा हो जाता है, लेकिन कार्ड का साइफ़र/सीवीवी आवश्यक रहता है।

नेट‑बैंकिंग अभी भी कई बड़े ट्रांजैक्शन में पसंद किया जाता है। वेबसाइट या मोबाइल ऐप से बैंक लॉग‑इन करके फंड ट्रांसफर, बिल पेमेंट, इन्कॉर् पोर्टल पर रेज़िस्टरेशन आदि कर सकते हैं। यह तरीका थोड़ा समय लेता है, पर बैंक‑टू‑बैंक ट्रांसफर में कोई मध्यस्थ नहीं रहता, इसलिए भरोसेमंद माना जाता है।

सुरक्षा और भरोसेमंद उपयोग के टिप्स

डिजिटल पेमेंट आसान है, पर सावधानी भी ज़रूरी है। पहला नियम – अपना मोबाइल पिन, UPI पिन या कार्ड पासवर्ड कभी भी किसी के साथ शेयर न करें। दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) वाले ऐप्स को प्राथमिकता दें, इससे आपका अकाउंट दो स्तर पर सुरक्षित रहता है।

दूसरा, ऐप अपडेट हमेशा नई रखें। पुराने संस्करण में सुरक्षा छेद हो सकते हैं, इसलिए फेस्ट अपडेट मिलने पर इंस्टॉल करें। साथ ही, केवल आधिकारिक स्टोर (Play Store, App Store) से ही ऐप डाउनलोड करें, न कि किसी अज्ञात लिंक से।

तीसरा, ट्रांजैक्शन की रसीद या नोटिफिकेशन को हमेशा चेक करें। अगर आपका बैलेंस अचानक गिरा या अनजान पेमेंट दिखे, तो तुरंत बैंक या ऐप सपोर्ट से संपर्क करें। कई बैंक रियल‑टाइम अलर्ट भी देते हैं, इसे ऑन रखें।

चौथा, बड़ी रकम वाले पेमेंट में लिमिट सेट करें। अधिकांश UPI और वॉलेट में दैनिक ट्रांसफर लिमिट को कस्टमाइज़ किया जा सकता है, इससे किसी भी अनधिकृत ट्रांसफर को रोका जा सकता है।

अंत में, डिजिटल पेमेंट का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। वीडब्ल्यूए (वॉलेट, UPI, कार्ड) इंटीग्रेशन, QR‑कोड का तेज़ी से अपनाना और भारत की तेज़ी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था इसे और व्यापक बना रही है। आप भी इन टिप्स को फ़ॉलो करके सुरक्षित, तेज़ और किफ़ायती तरीके से अपने पैसे का लेन‑देन कर सकते हैं।

Paytm के शेयरों में जबरदस्त उछाल: 13% की बढ़त और मई माह के निचले स्तर से 101% का ज़बरदस्त उछाल

Paytm के शेयरों में जबरदस्त उछाल: 13% की बढ़त और मई माह के निचले स्तर से 101% का ज़बरदस्त उछाल

One97 Communications, जो कि Paytm का मूल संगठन है, के शेयरों में शुक्रवार को एक बड़ा उछाल देखने को मिला। यह उछाल 13% का था, जिससे शेयर का मूल्य 623.80 रुपये हो गया। इससे पहले मई माह में शेयर का मूल्य 310 रुपये था, अब यह दोगुना होकर 101% बढ़ गया है। यह उछाल पिछले छे महीने का सबसे ऊँचा स्तर है।

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