जब दीप्ति शर्मा, भारतीय महिला क्रिकेट की ऑल‑राउंडर, ने ICC की नवीनतम महिला T20I बॉलिंग रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया, तो पूरी क्रिकेट बाईटुरिया में हलचल मच गई। यह उपलब्धि 732 रेटिंग पॉइंट्स पर दर्ज हुई, जो ऑस्ट्रेलिया की ऐनाबेल सदरलैंड के 736 पॉइंट्स के ठीक चार अंक पीछे है।
रैंकिंग की पृष्ठभूमि और आँकड़े
ICC की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दीप्ति अब केवल बॉलिंग में ही नहीं, बल्कि बैटिंग (क्रमांक 31) और ऑल‑राउंडर (क्रमांक 3) में भी शीर्ष पर हैं। उनका T20I करियर अब तक 1,100 रन (औसत 23.40) और 147 विकेट (औसत 18.99) का है। इस प्रतिमा से स्पष्ट होता है कि वह सभी प्रारूपों में निरंतरता बनाए रखती आ रही हैं।
- बॉलिंग रेटिंग: 732 पॉइंट्स
- बैटिंग रेटिंग: 31वें स्थान पर
- ऑल‑राउंडर रेटिंग: 3वें स्थान पर
- कुल T20I रन: 1,100
- कुल T20I विकेट: 147
WPL 2024 में शिखर पर
रैंकिंग के अलावा, दीप्ति ने UP Warriorz के लिए 2024 महिला प्रीमियर लीग (WPL) में ‘प्लेयर ऑफ द टुर्नामेंट’ का खिताब जीता। 295 रन की बेहतरीन पारी और 27 विकेट के साथ वह लीग में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाकर अपनी बहुपक्षीयता सिद्ध कर चुकी हैं। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें 2.6 करोड़ रुपये की कीमत पर मौजूदा सबसे महँगी भारतीय खिलाड़ी (स्मृति मंडाना के बाद) के रूप में साइन किया गया।
अगले सीजन में, अलिसा हीली की अनुपस्थिति में दीप्ति को UP Warriorz की कप्तानी सौंपी गई है, जिससे टीम का नेतृत्व पूरी तरह उनके हाथों में आ गया है।
घरेलू करियर की चमक
जब बॉलिंग में अंतरराष्ट्रीय मंच पर धूम मचा रही हैं, तब घरेलू क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड भी कम नहीं। 2017‑18 सीनियर महिला डोमेस्टिक सीज़न में उन्होंने बेंगल के साथ खेलते हुए 312 रन (औसत 104) बनाकर टॉप स्कोरर का खिताब जीता। उसी सीज़न में 9 विकेट और 3/26 की बेहतरीन आकृति भी पेश की। अगले वर्ष 2018‑19 में दो शतक और एक आधा शतक के साथ 313 रन जोड़े, साथ ही 13 विकेट भी लिए।
उनके इस बहुमुखी प्रदर्शन में झूलन गोस्वामी जैसी दिग्गज तेज गेंदबाज़ों के साथ खेलने का बड़ा योगदान रहा है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रमुख क्षण
दीप्ति ने 2018 में वेस्ट इंडीज में आयोजित ICC महिला विश्व T20 में भारत के लिए 5 विकेट लिए, जिसमें आयरलैंड के खिलाफ 2/15 की सर्वश्रेष्ठ पिची शामिल थी। यद्यपि भारत ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार झेली, लेकिन उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन सभी विशेषज्ञों की नजर में सराहनीय रहा।
भविष्य की दिशा और विशेषज्ञ राय
क्रिकेट विश्लेषक विवेक राजपूत का मानना है कि "दीप्ति का बॉलिंग रैंकिंग में शीर्ष दो स्थान केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट की समग्र प्रगति का संकेत है।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह इसी फॉर्म को बरकरार रखती हैं, तो अगली ICC महिला T20 विश्व कप में भारत का जीतने का चांस बहुत बढ़ जाएगा।
कप्तानी जिम्मेदारी लेने के बाद, दीप्ति ने कहा, "मैं टीम को एकजुट रखने, युवा खिलाड़ियों को अवसर देने और दबाव में शांत रहने की कोशिश करूंगी। हमारा लक्ष्य सिर्फ जीत नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक ले जाना है।" (इंटरव्यू, 5 अक्टूबर 2025)
मुख्य बिंदु
- दीप्ति शर्मा ने ICC महिला T20I बॉलिंग रैंकिंग में 732 पॉइंट्स के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
- सिर्फ 4 अंक की दूरी पर है ऑस्ट्रेलिया की ऐनाबेल सदरलैंड (736)।
- WPL 2024 में ‘प्लेयर ऑफ द टुर्नामेंट’, 295 रन और 27 विकेट।
- UP Warriorz की नई कप्तान, अलिसा हीली के बिना।
- भविष्य में ICC महिला T20 विश्व कप में प्रमुख भूमिका की उम्मीद।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दीप्ति शर्मा की इस रैंकिंग से भारतीय महिला क्रिकेट को क्या लाभ होगा?
रैंकिंग में दो नंबर पर होना युवा खिलाड़ियों के लिए मोटिवेशन का काम करेगा। इससे प्रायोजन और मीडिया कवरेज बढ़ेगा, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएँ और अंतरराष्ट्रीय एक्सपोज़र मिल सकेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारतीय टीम की रणनीति को भी सुदृढ़ करेगा।
दीप्ति शर्मा ने अपने बॉलिंग सुधार के लिए कौन-सी तकनीक अपनाई?
वह अपना फुर्सत का समय ‘स्पिन बॉलिंग क्लिनिक’ में बिताती हैं, जहाँ उन्होंने लीडरशिप कोच रवी किशोर से विभिन्न ड्रिल्स सीखीं। मीटिंग में वह अपने फिंगर पोजिशन को बेहतर करने और ड्युअल पिच पर वेरिएशन लाने पर फोकस करती हैं।
UP Warriorz में नई कप्तानी से टीम पर क्या असर पड़ेगा?
दीप्ति की All‑round क्षमताएँ और अनुभव टीम को संतुलित करने में मदद करेंगे। उन्होंने पहले ही कहा है कि वे युवा खिलाड़ियों को अधिक खेल‑समय देंगे, जिससे टीम में गहराई आएगी। शुरुआती मैचों में उनके नेतृत्व की शुरुआती प्रभावशाली प्रदर्शन के संकेत मिल रहे हैं।
क्या दीप्ति शर्मा अगले ICC महिला T20 विश्व कप में प्रमुख खिलाड़ी बनेंगी?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि उनकी बॉलिंग और बल्लेबाजी दोनों में फॉर्म जारी रहेगा तो वे भारतीय टीम की प्रमुख आय बनेंगी। उनका वैरायटी और दबाव में शांति उन्हें बड़े मंचों पर भी चमकाने की संभावना बढ़ा देती है।
दीप्ति शर्मा की रैंकिंग में गिरावट का जोखिम कितना है?
रैंकिंग में निरंतर उच्च स्तर बनाए रखने के लिए निरंतर प्रदर्शन आवश्यक है। अगर उनका मैच‑शेड्यूल अधिक हो या चोटें लगें, तो अंक गिरने की संभावना बढ़ सकती है। वर्तमान में उनका फिटनेस रिकॉर्ड बहुत अच्छा है, जिससे जोखिम कम है।
- लोकप्रिय टैग
- दीप्ति शर्मा
- ICC
- महिला T20I रैंकिंग
- UP Warriorz
- Annabel Sutherland
लोग टिप्पणियाँ
दीप्ति का दूसरा स्थान तो शाबाश है, लेकिन सच कहूँ तो ये चार अंक का अंतर बहुत छोटा नहीं।
सच्चाई यह है कि इस प्रकार के आँकड़े सिर्फ शीर्ष‑स्तर के खिलाड़ियों के लिए ही मूल्यवान होते हैं, और दीप्ति ने इसे पूरी तरह संजीदगी से निभाया है।
दीप्ति की बॉलिंग रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल करना भारतीय महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उनका 732 पॉइंट्स दर्शाते हैं कि उन्होंने लगातार प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखी है। इस रैंकिंग को समझने के लिए हमें उनके विग्न रिटर्न और इकोनोमी रेट को देखना चाहिए। वर्तमान में उनका औसत 18.99 रन प्रति ओवर है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रभावी माना जाता है। जैसे ही वह WPL में उलझी रहेगी, उनका आंकड़ा और भी बेहतर हो सकता है। उन्हें फॉर्म में रखने के लिए नियमित स्पिन बॉलिंग क्लिनिक में प्रशिक्षण लेना चाहिए। उनकी बैटिंग भी 31वें स्थान पर है, जो ऑल‑राउंडर की सच्ची ताकत को दर्शाती है। यदि वह बैटिंग में भी इसी तरह का फोकस रखें, तो टीम को दोहरी क्षमता का लाभ मिलेगा। उन्हें फिटनेस प्रोग्राम में हाई‑इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग को शामिल करना चाहिए। वर्तमान में उनका फिटनेस रिकॉर्ड उल्लेखनीय है, लेकिन चोटों से बचने के लिए लवचिकता पर भी काम करना ज़रूरी है। उन्हें मानसिक प्रशिक्षण सत्रों में भाग लेना चाहिए ताकि दबाव में शांत रह सकें। टीम में युवा खिलाड़ियों को उनके अनुभव से सीखने का अवसर मिलेगा। दीप्ति का नेतृत्व, विशेष रूप से नई कप्तानी में, टीम की रणनीति को एक नई दिशा दे सकता है। आँकों के अनुसार, उनका अगला मैच में प्रदर्शन रैंकिंग को और मजबूत करेगा। समग्र रूप से, दीप्ति का विकास भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य को उज्ज्वल बनाता है।
सबको मिलकर इस खुशी को शेयर करना चाहिए दीप्ति ने जो मेहनत की है हम सब एकजुट हैं इस सफलता में
दीप्ति की उपलब्धि हमें याद दिलाती है कि निरंतर प्रयास से ही लक्ष्य तक पहुँचा जा सकता है, आगे भी ऐसे ही प्रेरणा देते रहें
आपकी बात सही है, निरंतर चुनौतियों का सामना करके ही खिलाड़ी अपनी सीमाओं को पार करता है। इसके साथ ही टीम के भीतर सहयोग की भावना भी बढ़ती है। जब एक खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में सुधार करता है, तो पूरी टीम को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इसलिए दीप्ति का उदाहरण सभी खिलाड़ियों के लिए एक मार्गदर्शक बनता है।