डेविड वॉर्नर ने तोड़ा आरोन फिंच का टी20आई रन रिकॉर्ड, बतौर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बने सबसे बड़े स्कोरर

डेविड वॉर्नर का शानदार प्रदर्शन

आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया और ओमान के बीच खेले गए मैच में, डेविड वॉर्नर ने अपने करियर का एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया। उन्होंने आरोन फिंच का टी20आई में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वॉर्नर ने 56 रन बनाकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जिसमें उन्होंने छह चौके और एक छक्का लगाया। इस अद्भुत प्रदर्शन के साथ, उन्होंने फिंच के 3120 रनों वाली मार्क को पार कर लिया।

फिंच का कमेंट्री बॉक्स से सम्मान

इस महत्वपूर्ण मौके पर आरोन फिंच खुद कमेंट्री बॉक्स में मौजूद थे और उन्होंने अपनी आँखों से अपने रिकॉर्ड को टूटते देखा। फिंच ने डेविड वॉर्नर के इस अचीवमेंट की प्रशंसा की और तालियां बजाईं। इस दौरान कमेंटेटर नासिर हुसैन ने मजाक में उन्हें 'मैदान का सबसे निराश आदमी' कहा, लेकिन फिंच की मुस्कान और तालियों ने साबित कर दिया कि वे वास्तव में इस प्रदर्शन से खुश हैं।

दारुण रंजीश के बावजूद आपसी सम्मान

दारुण रंजीश के बावजूद आपसी सम्मान

यह क्षण केवल रिकॉर्ड टूटने का ही नहीं, बल्कि दो पूर्व बैटिंग पार्टनर्स के बीच आपसी सम्मान और स्नेह दिखाने का भी था। डेविड वॉर्नर ने भी फिंच की तालियों का जवाब अपने बल्ले से देते हुए और दर्शकों को हाथ हिलाकर दिया। इस तरह की खेल भावना क्रिकेट के खेल को और भी खूबसूरत बनाती है।

वॉर्नर की जबरदस्त फॉर्म

वॉर्नर के इस शानदार प्रदर्शन ने न केवल उन्हें नए रिकॉर्ड का धारक बनाया, बल्कि उनकी टीम के विजय के मार्ग को भी खोला। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच आसानी से 39 रनों से जीत लिया। वॉर्नर के अभी तक 104 मैचों में 3155 रन हो चुके हैं, जिसमें 27 हाफ सेंचुरी और एक सेंचुरी शामिल हैं। उनकी औसत 33.92 रही है, जो उन्हें एक बेहतरीन बल्लेबाज बनाती है।

फिंच के करियर पर नजर

फिंच के करियर पर नजर

आरोन फिंच ने अपने करियर में 103 मैचों में 3120 रन बनाए थे, जिसमें 19 हाफ सेंचुरी और दो सेंचुरी शामिल हैं। उनकी बल्लेबाजी का स्टाइल और प्रदर्शन हमेशा से ही चर्चित रहा है। ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने अनगिनत मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनकी कप्तानी में टीम ने कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की।

डेविड वॉर्नर और आरोन फिंच दोनों ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। उनकी पारियां और उन दोनों के बीच का मुकाबला दर्शकों के लिए हमेशा से रोमांचकारी रहा है। इस मैच ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि रिकॉर्ड तो बनाए ही जाते हैं टूटने के लिए, लेकिन खेल भावना और आपसी सम्मान की कोई सीमा नहीं होती।

जब डेविड वॉर्नर मैदान में उतरते हैं, तो दर्शकों की निगाहें सिर्फ उनके बल्ले पर होती हैं। वॉर्नर का यह रिकॉर्ड ब्रेक करना उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने अपने करियर में कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन हर बार और भी सशक्त होकर वापस लौटे।

इस मैच के बाद, फिंच ने एक इंटरव्यू में कहा, 'वॉर्नर ने हमेशा से ही अपनी मेहनत और समर्पण से खुद को साबित किया है। मैं उनके इस सफलता के लिए उन्हें बधाई देता हूं और आगे भी उनकी यही फॉम बनी रहे, यही दुआ करता हूं।'।

आगे का सफर

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के लिए यह पल यादगार रहेगा और भविष्य में आने वाले खिलाड़ी इन महान क्रिकेटरों से प्रेरणा लेकर आगे बड़ेंगे। डेविड वॉर्नर और आरोन फिंच दोनों ने ही अपनी-अपनी जगह इतिहास में दर्ज कर ली है। उनके रन, रिकॉर्ड और रिवाइवल्स हमेशा के लिए क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जिंदा रहेंगे।

खेल में कीर्तिमान बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से नई ऊंचाइयों को छूते रहे। वॉर्नर का यह प्रदर्शन अन्य खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन सकता है।

निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में और भी कइ ऐसे खिलाड़ी होंगे जो इस प्रकार की उपलब्धियां हासिल करेंगे और क्रिकेट के मैदान पर नई कहानियाँ लिखेंगे।

लोग टिप्पणियाँ

  • Rajesh Dadaluch
    Rajesh Dadaluch जून 7, 2024 AT 08:43

    वॉर्नर ने तोड़ दिया, फिंच ने तालियां बजाईं। बस।

  • Pratyush Kumar
    Pratyush Kumar जून 8, 2024 AT 14:20

    ये देखो भाई, रिकॉर्ड तो बनाए जाते हैं तोड़ने के लिए। वॉर्नर और फिंच दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को अपनी बल्लेबाजी से दुनिया के सामने दिखाया। असली खेल भावना यही है - जब रिकॉर्ड टूटे तो तालियां बजाना, न कि बदला लेना।

    फिंच का कप्तानी और वॉर्नर का अटैक दोनों ने टीम को बचाया। आज जो बच्चे इनका नाम सुन रहे हैं, वो कल इनके जैसे बनेंगे।

    कोई नया रिकॉर्ड बनता है, तो बुरा नहीं मानो। बस इतना समझो कि ये खेल बढ़ रहा है।

  • nishath fathima
    nishath fathima जून 9, 2024 AT 11:52

    इस तरह के रिकॉर्ड तोड़ने से खेल का मान-सम्मान बढ़ता है। लेकिन अगर खिलाड़ी अपने व्यवहार में अश्लीलता या अहंकार दिखाते हैं, तो यह खेल के नैतिक मूल्यों के खिलाफ है।

    हमें यह भी याद रखना चाहिए कि खेल का उद्देश्य स्वास्थ्य, शिक्षा और समाज के लिए अच्छा होना चाहिए।

  • DHEER KOTHARI
    DHEER KOTHARI जून 10, 2024 AT 03:45

    वॉर्नर ने बल्ले से बधाई दी 😊 फिंच ने दिल से तालियां बजाईं 🙌 ये ही तो क्रिकेट की असली जान है।

    ऐसे पलों के लिए मैं क्रिकेट से प्यार करता हूँ। जिंदगी में भी ऐसा हो तो अच्छा होगा।

  • vineet kumar
    vineet kumar जून 11, 2024 AT 20:22

    इस रिकॉर्ड का महत्व उसके अंकों में नहीं, बल्कि उसके पीछे के समय, लगन और टक्कर में है।

    वॉर्नर ने अपने जीवन में कई बार गिरा, लेकिन हर बार उठा। फिंच ने टीम को लीड किया, जब लोग उसे बाहर करना चाहते थे।

    ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के रिकॉर्ड को नहीं, बल्कि एक दूसरे के समर्पण को समझते हैं।

    रिकॉर्ड टूटना एक घटना है, लेकिन आपसी सम्मान एक विरासत है।

    यह खेल बहुत कम लोगों को सिखाता है कि जीतने के लिए दूसरे को हराना जरूरी नहीं, बल्कि उसके साथ बढ़ना ही सच्ची जीत है।

  • Deeksha Shetty
    Deeksha Shetty जून 13, 2024 AT 14:10

    फिंच का रिकॉर्ड तोड़ना कोई बड़ी बात नहीं जब वो खुद बैठे हुए हैं और तालियां बजा रहे हैं। अगर वो चुप रहते तो तो बात बनती।

    वॉर्नर की औसत 33 है और तुम इसे बेहतरीन बता रहे हो? अरे भाई, रोहित की औसत 48 है, उसका रिकॉर्ड क्यों नहीं बताते?

    ये सब जोर लगाने की चाल है।

  • Ratna El Faza
    Ratna El Faza जून 14, 2024 AT 17:46

    मुझे लगता है ये बहुत अच्छा हुआ। दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के लिए बहुत खास हैं।

    ऐसे मौके पर तालियां बजाना बहुत बड़ी बात है।

    मैं इस बात पर खुश हूँ।

  • Nihal Dutt
    Nihal Dutt जून 16, 2024 AT 17:16

    अरे ये तो बस एक मैच था बस फिंच का रिकॉर्ड टूटा और तुम ये सब लिख रहे हो? क्या वो रिकॉर्ड इतना बड़ा है जिसके लिए इतनी धूम मचाई जा रही है?

    मैंने देखा फिंच ने तालियां बजाईं तो वो भी नकली थीं। वो बस फोटो लेने के लिए बनाया गया दृश्य है।

    वॉर्नर भी अपने रिकॉर्ड के लिए इतना बड़ा नहीं है। ये सब मीडिया का जलवा है।

    मैं तो बस ये कहूंगा कि ये खेल बस एक नौकरी है।

  • Swapnil Shirali
    Swapnil Shirali जून 18, 2024 AT 07:38

    ओहो, वॉर्नर ने फिंच का रिकॉर्ड तोड़ दिया... और फिंच ने तालियां बजाईं! अरे भाई, ये तो ऑस्ट्रेलियाई टीम का नया रियलिटी शो है क्या? 😏

    फिंच ने जब रिकॉर्ड बनाया था, तो वो भी एक बार वॉर्नर के बल्ले से टकराया था। अब वो बोल रहा है - ‘मैं तुम्हारे लिए दुआ करता हूँ’ - अरे यार, ये तो टीम के लिए बहुत अच्छा है, लेकिन इसे बहुत बड़ा बना रहे हो!

    क्या आपने कभी सोचा कि ये दोनों बैटिंग पार्टनर्स एक दूसरे के बिना ये रिकॉर्ड नहीं बना पाते?

    वॉर्नर के 3155 रन? बहुत अच्छे। लेकिन अगर उसकी औसत 33.92 है, तो ये बेहतरीन नहीं, बल्कि बहुत सामान्य है।

    मैं तो रोहित के 3000+ रन और 48+ औसत को देखकर बोलता हूँ - ये तो असली बल्लेबाजी है।

    लेकिन अच्छा है कि वॉर्नर ने फिंच को तालियां दीं... वरना ये दोनों एक दूसरे के लिए एक बहुत बड़ी बात थे।

    मैं ये नहीं कह रहा कि वॉर्नर कम है। बस ये कह रहा हूँ कि ये सब जोर लगाने की चाल है।

    अगर ये रिकॉर्ड टूटने पर इतना जोर लगाया जा रहा है, तो अगले बार जब रोहित वॉर्नर का रिकॉर्ड तोड़ेगा, तो क्या फिर भी ये वही बातें होंगी?

    क्रिकेट में रिकॉर्ड बनते हैं, लेकिन इंसान बनते हैं। और ये दोनों इंसान बने हैं।

  • Upendra Gavale
    Upendra Gavale जून 19, 2024 AT 00:06

    जब वॉर्नर बल्ला घुमाता है, तो लगता है जैसे ब्रह्मांड खुद उसके साथ नाच रहा हो 😎

    फिंच ने तालियां बजाईं - ये तो दिल की बात है ❤️

    इंसान बनना है तो ऐसे ही बनो।

  • abhimanyu khan
    abhimanyu khan जून 20, 2024 AT 04:28

    इस रिकॉर्ड को उचित रूप से समझने के लिए, वॉर्नर के रन की गणना केवल उनके बल्लेबाजी के आंकड़ों तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उनके बल्ले के आंदोलन, गेंदबाजों के विचार, और टीम के विकेट गिरने के समय के आधार पर भी विश्लेषित किया जाना चाहिए।

    उनकी औसत 33.92 एक बहुत ही सामान्य संख्या है, जो उन्हें एक शीर्ष बल्लेबाज नहीं बनाती, बल्कि एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में रखती है।

    फिंच का रिकॉर्ड तोड़ना एक अल्पकालिक उपलब्धि है, जो एक व्यवस्थित विश्लेषण के बिना नहीं समझी जा सकती।

    इस प्रकार की घटनाओं को भावनात्मक रूप से देखना विज्ञान के विरुद्ध है।

  • Jay Sailor
    Jay Sailor जून 20, 2024 AT 06:02

    ये सब बकवास है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी हमेशा अपने रिकॉर्ड बनाते हैं और दुनिया को बताते हैं कि वो बेहतर हैं।

    हमारे भारतीय खिलाड़ी तो दुनिया के सामने अपना दिल खोलते हैं, लेकिन ये ऑस्ट्रेलियाई तो अपने रिकॉर्ड के लिए जान लगा देते हैं।

    वॉर्नर के 3155 रन? बहुत अच्छे। लेकिन विराट कोहली के 4000+ रन के सामने ये क्या है?

    ये ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपने रिकॉर्ड के लिए इतना धूम मचाते हैं कि लगता है वो दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं।

    हमारे खिलाड़ी तो जीतते हैं, लेकिन शांत रहते हैं। ये लोग जीतते हैं और दुनिया को डांटते हैं।

    क्रिकेट एक खेल है, न कि एक अहंकार का मैदान।

  • Anindita Tripathy
    Anindita Tripathy जून 20, 2024 AT 10:44

    ये दोनों खिलाड़ी अपने खेल के लिए बहुत कुछ कर गए हैं।

    फिंच ने जब तालियां बजाईं, तो वो सिर्फ एक रिकॉर्ड टूटने के लिए नहीं, बल्कि एक दोस्त की जीत के लिए बजाईं।

    वॉर्नर ने जब दर्शकों को हाथ हिलाया, तो वो सिर्फ जीत के लिए नहीं, बल्कि उस दौरान जो लोग उसे बाहर करना चाहते थे, उनके लिए भी हाथ हिलाया।

    ये खेल बहुत बड़ा है।

    और ये दोनों इस खेल के सच्चे लोग हैं।

  • Swapnil Shirali
    Swapnil Shirali जून 21, 2024 AT 03:43

    अच्छा, तो अब जब वॉर्नर ने फिंच का रिकॉर्ड तोड़ा, तो फिंच ने तालियां बजाईं - तो अब वॉर्नर ने फिंच के लिए भी एक नया रिकॉर्ड बना दिया: सबसे बड़ा आदर का रिकॉर्ड।

    ये बात तो असली जीत है।

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