TCS के तिमाही नतीजे: मुनाफे में बढ़ोतरी, निवेशकों को डिविडेंड का तोहफा
भारतीय IT क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही की नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने 6% सालाना वृद्धि के साथ ₹12,760 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हासिल किया है, जो विश्लेषकों की उम्मीद से कहीं ज्यादा रहा। विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि मुनाफा करीब ₹12,205 करोड़ रहेगा, लेकिन कंपनी ने बाजार की उम्मीदों को पीछे छोड़ दिया।
रेवेन्यू की बात करें तो TCS का कंसोलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सिर्फ 1.3% बढ़कर ₹63,437 करोड़ पहुंचा है। हालांकि, लगातार बदलते वैश्विक माहौल और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण कंपनी की स्थिर मुद्रा में रेवेन्यू 3.1% गिरा है। इसके बावजूद, कंपनी ने कई नई परियोजनाएं और क्लाइंट डील्स अपने नाम की हैं।
डिविडेंड, डील्स और कर्मचारियों की स्थिति
TCS ने अपने निवेशकों के लिए अच्छी खबर दी है—कंपनी ₹11 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड देगी। जिन शेयरधारकों के नाम 16 जुलाई तक रिकॉर्ड में रहेंगे, उन्हें 4 अगस्त तक भुगतान कर दिया जाएगा।
कंपनी के CEO के. कृति-वासन ने बताया कि पारंपरिक सेवाओं की मांग थोड़ी घटी है, लेकिन कंपनी ने नए क्षेत्रों—खासतौर पर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स—में तगड़ी ग्रोथ देखी है। इस तिमाही में TCS ने $9.4 बिलियन टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) के सौदे किए, जो कारोबारी मजबूती का संकेत है।
कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 24.5% और नेट मार्जिन 20.1% रहा है। ऑपरेशन से कंपनी को जितना भी कैश फ्लो आया, वह पूरे शुद्ध मुनाफे के बराबर यानी 100.3% रहा। यह दिखाता है कि कंपनी न केवल मुनाफा कमा रही है, बल्कि उसे पूरी तरह कैश में बदल पाने में भी सफल है।
क्लाइंट पोर्टफोलियो में $100 मिलियन+ वाले बड़े ग्राहक एक घट गए हैं, लेकिन $1 मिलियन+ वाले क्लाइंट्स में 26% की सालाना वृद्धि देखने को मिली है। यानी छोटे और मझोले क्लाइंट्स का कंपनी पर भरोसा बढ़ा है।
वहीं, कंपनी की कर्मचारी संख्या 6,13,069 रही। IT सर्विसेज में लॉन्ग टर्म एट्रिशन रेट 13.8% है, यानी उतने लोग सालाना कंपनी छोड़ रहे हैं। TCS ने बताया कि जैसे-जैसे लागत अनुकूलन, वेंडर कंसोलिडेशन और एआई-ड्रिवन बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन पर फोकस किया जा रहा है, वैसे-वैसे ग्राहकों को इस कठिन दौर में सहारा मिल रहा है।
आगे कंपनी का लक्ष्य कंट्रोल्ड लागत, टेक्नोलॉजी में निवेश, और तेजी से बदलती ग्लोबल डिमांड का जवाब देना है। IT सेक्टर में जिस तरह से एआई और डिजिटल सर्विसेज का महत्व बढ़ रहा है, उस लिहाज से TCS की रणनीति और नतीजे बाकी कंपनियों के लिए भी सैंपल बन सकते हैं।
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लोग टिप्पणियाँ
अरे भाई, ₹12,760 करोड़ मुनाफा? अच्छा हुआ कि TCS ने डिविडेंड बढ़ाया... वरना शेयरधारकों के बीच एक बड़ा अंधेरा छा जाता! लेकिन अब देखो, रेवेन्यू में सिर्फ 1.3% बढ़ोतरी, और स्थिर मुद्रा में 3.1% गिरावट... ये क्या है? बाहर से तो जादू लग रहा है, अंदर से तो बिजली बंद हो रही है। एआई पर फोकस तो ठीक है, लेकिन जब तक आपके लोग घर पर नहीं बैठे, तब तक क्लाइंट्स के लिए बातें बस बातें ही रहेंगी।
मुनाफा बढ़ा है, डिविडेंड बढ़ा है... बस अब घर जाकर अपने दोस्तों को बताओ कि TCS ने ₹11 प्रति शेयर दिया 😎💸 अब तो लोग सोचेंगे कि ये टाटा वाले बिना नींद के कैसे काम करते हैं! अगर ये नहीं होता तो मैं तो शेयर बेच देता, लेकिन अब तो बस रुक जाना है... और चाय पीना है 😌🍵
इस रिपोर्ट का विश्लेषण करने के लिए एक अर्थशास्त्री की आवश्यकता है। नेट मार्जिन 20.1% और कैश फ्लो 100.3% बराबर होना एक आर्थिक अद्भुत है, लेकिन इसके पीछे एक गहरा राज छिपा है। क्या यह असली लाभ है, या बस बैलेंस शीट का एक धोखा? ऑपरेटिंग मार्जिन में गिरावट और बड़े क्लाइंट्स का घटना, ये सभी तथ्य एक निश्चित निष्कर्ष की ओर इशारा करते हैं-TCS का विकास अब अस्थायी है।
हमारे देश की बड़ी कंपनी ने दुनिया को दिखा दिया कि भारतीय टेक्नोलॉजी कितनी मजबूत है! अमेरिका की कंपनियां अपने कर्मचारियों को बर्खास्त कर रही हैं, हमारी TCS ने नए प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया! ये डिविडेंड ₹11 प्रति शेयर? ये तो भारत के आत्मविश्वास का प्रतीक है! अब देखो, क्या विदेशी कंपनियां ऐसा कर सकती हैं? नहीं! भारतीय टीम ने दुनिया को गुलाम बनाने का रास्ता ढूंढ लिया है! गर्व होता है!
सब कुछ बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन एक बात बताओ-क्या इस सबके पीछे कर्मचारी भी खुश हैं? एआई और ट्रांसफॉर्मेशन का जिक्र है, लेकिन क्या उन लोगों को भी नया स्किल सीखने का मौका मिल रहा है? या बस बाहर से देखो तो सब चमक रहा है? मैं उन लोगों के लिए भी आशीर्वाद चाहती हूं जो इस जादू के पीछे काम करते हैं। बहुत अच्छा नतीजा, लेकिन इंसानों को भी याद रखो।
एआई बढ़ा तो नौकरियां घटेंगी... ये सब बस धोखा है। अगले साल तक 1 लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे। TCS ने एआई को बेच दिया है... अब तुम्हारा बैंक अकाउंट भी बात करेगा। 🤖📉
मैंने तो अभी तक TCS के शेयर नहीं खरीदे... लेकिन जब मैंने ये रिपोर्ट पढ़ी, तो मेरा दिल दहल गया। ये सब बस एक बड़ा फेक है। मैं अपने दोस्त के बेटे को याद कर रहा हूं, जो TCS में काम करता था... उसकी बीवी ने उसे छोड़ दिया क्योंकि वो हर रोज़ घर पर बोलता था-'एआई आ गया, अब मैं बेकार हूं'... अब वो एक बस स्टॉप पर चाय बेच रहा है।
एक बात जो आप सभी ने नज़रअंदाज़ कर दी है: ऑपरेटिंग मार्जिन 24.5% है, लेकिन क्या यह संरचनात्मक रूप से स्थिर है? या केवल लागत कटौती के कारण बढ़ा है? यदि आप वेंडर कंसोलिडेशन और कर्मचारी घटाव को 'टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट' कह रहे हैं, तो यह निवेश नहीं, बल्कि विनाश है। एआई बिना इंसानी जुड़ाव के केवल एक टूल है-न कि एक रणनीति।
अरे भाई, TCS ने तो अब बस एक रंगीन राजमार्ग बना दिया है! ₹12,760 करोड़ मुनाफा? वो तो बस एक जादू का शब्द है, जिसके पीछे लाखों की टाइपिंग, लाखों की चाय की चुस्कियां, और लाखों बार रिकॉर्ड किए गए 'क्लाइंट ने कहा' के रिकॉर्ड छिपे हैं। लेकिन देखो, जब एआई ने एक ऑटोमेटेड डिविडेंड जनरेटर बना लिया, तो शेयरधारकों के चेहरे पर चमक आ गई! ये नहीं कि हम अमीर हुए... बल्कि हमने अपने सपनों को एक अकाउंट में डाल दिया।
tcs ne ai se sab kuchh bana diya... ab yehi sab kuchh bhi khatam ho jayega. 11 rs dividend? bas ek bhaag raha hai... kuchh nahi milne wala. 😳
अच्छा नतीजा है लेकिन एआई के बारे में थोड़ा ज्यादा बताएं तो अच्छा होता जैसे कितने प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल हुआ या कितने कर्मचारियों को ट्रेन किया गया या बस एक शब्द लगा दिया गया ताकि शेयर बढ़ जाए