क्रिकेट टाई: जब स्कोर बराबर हो जाए तो क्या होता है?

क्रिकेट में टाई का मतलब है दोनों टीमों का स्कोर पूरी तरह समान हो जाना। बहुत कम मैदान में ये स्थिति आती है, इसलिए हर टाई एक बड़ी बात होती है। अगर आप कभी नहीं देखे कि टाई कैसे resolve होती है, तो इस लेख में हम आसान भाषा में सब समझाएंगे।

टाई का इतिहास और नियम

पहली बार टाई 1982 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच आया था, पर तब कोई सुपर ओवर नहीं था। आज के समय में, अगर 50 ओवर या T20 में स्कोर बराबर हो, तो तुरंत सुपर ओवर शुरू हो जाता है। दो बल्लेबाज़ और दो गेंदबाज़ एक-दो ओवर में खेलते हैं, और जो अधिक रन बनाता है, वही जीतता है।

क्लासिक टेस्ट में टाई बेहद दुर्लभ है; केवल दो टेस्ट मैच कभी टाई हुए हैं – 1986 में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंडिया और 2002 में इंग्लैंड बनाम एशिया। जबकि सीमित-ओवर फॉर्मेट में टाई की संभावना थोड़ी बढ़ जाती है, फिर भी हर साल बहुत कम होते हैं।

हाल के प्रमुख टाई मॉडल

भाई, IPL में टाई का सीधे सामना नहीं होता क्योंकि सुपर ओवर हमेशा लागू रहता है। फिर भी, 2025 के IPL में RR vs MI मैच बहुत नज़दीक रहा, जहाँ मुंबई इंडियंस ने सवाई मानसिंह स्टेडियम में शानदार ओपनिंग के बाद जीत दर्ज की। अगर वह मैच टाई रहता तो सुपर ओवर का माहौल अलग ही होता।

2026 के IPL में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने टीम छोड़ने की बात कही, और यह बदलाव टीम के इन पावरप्ले पर असर डाल सकता है, जिससे टाई जैसी नाज़ुक स्थितियों में टीम की रणनीति बदल सकती है।

एक और रोचक केस 2025 का IPL ऑरेंज कैप रेस है, जहाँ निकोलस पूरण और शुभमन गिल की हिटिंग इतनी टाइट थी कि कई मैचों में अंत तक स्कोर बराबर रहे। ऐसे मैचों में अक्सर फील्डिंग और डिलिवरी की छोटी‑छोटी गलती टाई को रोक देती है।

अगर आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखते हैं, तो याद रखें 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत बनाम पाकिस्तान का मैच भी टाई की कगार पर था। विराट कोहली का नाबाद शतक और कपिल की गेंदबाजी ने स्कोर को बराबर रखने में मदद की, लेकिन अंत में भारत ने 6 विकेट से जीत ली। अगर वही रन पर समाप्त होता तो सुपर ओवर में मज़ा दुगुना होता।

टाई का असर सिर्फ मैच के परिणाम में नहीं, बल्कि टीम की मनोस्थिति और आगे की रणनीति में भी बड़ा होता है। सुपर ओवर में थकान, दबाव और नर्वसनेस सभी खिलाड़ियों के खेल को बदल देता है। इसलिए कोच़ अक्सर टाई के बाद मनोवैज्ञानिक समर्थन भी देते हैं।

टाई के बाद कौनसे आँकड़े देखते हैं? सबसे पहले बल्लेबाज़ की स्ट्राइक रेट, फिर गेंदबाज़ की इकोनमी, और सबसे ज़रूरी फील्डिंग के रन आउट्स। ये आँकड़े अक्सर सुपर ओवर में जीत के कड़ी बनते हैं।

अगर आप क्रिकेट के शौकीन हैं और टाई के बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं, तो वेबसाइट समाचार स्टोर पर कई लेख और ऐतिहासिक डेटा उपलब्ध है। यहाँ आप टाई की विभिन्न परिस्थितियों, नियमों और प्रमुख मैचों की विस्तृत विवेचना पा सकते हैं।

तो अगली बार जब आप कोई लाइव मैच देख रहे हों और स्कोर बराबर हो, तो याद रखें – टाई सिर्फ़ स्कोर का मेल नहीं, यह एक पूरी नई ड्रामा है जो सुपर ओवर में शुरू होती है। अपनी पसंदीदा टीम के साथ इस रोमांच का आनंद लें और हर गेंद का मज़ा उठाएँ!

भारत बनाम श्रीलंका पहला वनडे: जोरदार शुरुआत के बाद भारत को लगी मुश्किल, रोमांचक मुकाबला टाई पर समाप्त

भारत बनाम श्रीलंका पहला वनडे: जोरदार शुरुआत के बाद भारत को लगी मुश्किल, रोमांचक मुकाबला टाई पर समाप्त

पहला वनडे मैच भारत और श्रीलंका के बीच गजब के रोमांच से भरा रहा। कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 230/8 का स्कोर बनाया। भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही, मगर बीच के ओवरों में विकेट गिरने से मैच टाई पर समाप्त हुआ।

और अधिक जानें

यहां तलाश करो